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डाउनलोड करेंग्वालियर में छात्रा ने खुदकुशी के इरादे से किले से छलांग लगा दी। छात्रा करीब 50 फीट की गहराई में झाड़ियों में जा अटकी। शोर सुनकर वहां एक लड़के ने दोस्त के साथ पहुंचकर उसे बचाया। पुलिस और दमकल की टीम ने करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद उसे सुरक्षित निकाला। घटना बुधवार दोपहर किला स्थित स्मार्ट सिटी की पार्किंग के पास पॉइंट की है। घायल छात्रा जहां से कूदी, वहां स्कूल बैग मिला है। उसमें सुसाइड नोट भी है। इसमें जिंदगी से परेशान होने की बात लिखी है। मां-पिता की जिम्मेदारी संजय भैया को सौंपी है।
किला स्थित स्मार्ट सिटी की पार्किंग के पास सुसाइड पॉइंट है। यहां किले की दीवार टूटी हुई है। हालांकि पहले हुए हादसे के बाद यहां जाली लगा दी गई है। इसके बाद भी 18 साल की छात्रा बुधवार को यहां पहुंची। छात्रा के कूदते की आवाज सुन पास ही शॉप पर मौजूद रित्विक नाम का लड़का उसे बचाने दौड़ा।
नीचे पहुंचने का रास्ता नहीं मिल रहा था
रित्विक पहले कोटेश्वर की तरफ से गया, लेकिन रास्ता नहीं मिला। इसके बाद वह वापस ऊपर आया। वहीं, दूसरे पॉइंट से नीचे उतरा। नीचे पहुंचने के बाद उसे छात्रा नहीं दिख रही थी। तब तक वहां पुलिस और रेस्क्यू टीम पहुंच गई। जब लड़की का बैग देखा, तो उसमें सुसाइड नोट के साथ छात्रा का नाम संजना मिला। उसका नाम लेकर आवाज लगानी शुरू की, तो झाड़ियों से आवाज आई। इसके बाद रस्सी डालकर बाहर निकाला गया। पुलिस ने उसे एम्बुलेंस से जेएएच के ट्राॅमा सेंटर में भर्ती कराया है। कूदने वाली लड़की की पहचान संजना बघेल के रूप में हुई है। वह 11वीं की छात्रा है। पुलिस यह पता लगा रही है कि वह कहां की रहने वाली है।
सुसाइड नोट में यह लिखा
छात्रा की जान बच गई है। बैग से नोटबुक पर सुसाइड नोट मिला है। इसमें लिखा है" I AM SORRY, मुझे माफ कर देना। मुझे अब जीने का मन नहीं करता। मैं खुद से परेशान हूं। संजय भैया आप प्लीज पापा का ध्यान रखना। मैं अपनी फैमिली की जिम्मेदारी आप को दे रही हूं। फिर लिखती है I AM SORRY संजना, आखिर में लिखा है कि जिस किसी को भी यह रजिस्टर मिले। वह इन नंबर पर कॉल करना' अब पुलिस इन नंबर पर संपर्क कर सूचना दे रही है।
रेस्क्यू करने वाले रित्विक ने कहा
जब छात्रा गिरी, तो मैं पास ही दुकान पर मैगी खा रहा था। इसके बाद उसे बचाने का प्रयास किया। पहले नीचे से उसे बचाने के लिए गया, लेकिन वहां से रास्ता नहीं मिला। इसके बाद वापस उसी पॉइंट पर आया और नीचे उतरा। काफी देर तक उसका पता नहीं चल रहा था। जब ऊपर से किसी ने आवाज देकर उसका नाम संजना बताया। जब उसका नाम पुकारा, तो उसकी आवाज आई और स्पॉट मिला, जहां वह झाड़ियों में फंसी थी। इसके बाद उसे रेस्क्यू किया गया।
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