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डाउनलोड करेंमध्यप्रदेश आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका और मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कर्मचारी संघ द्वारा भारतीय मजदूर संघ के आह्वान पर उनकी लंबित मांगों का निराकरण कराने के लिए आंदोलन 23 से 28 जनवरी तक जारी रहा। इस दौरान जिलेभर के आंगनबाड़ी केंद्र बंद रहे और कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने धरने पर बैठकर प्रदर्शन करती रहीं। 6 दिन तक चला धरना-प्रदर्शन शनिवार की शाम समाप्त हो गया। बीएमएस जिला मंत्री भूपेंद्र सिंह बुंदेला ने बताया कि मप्र आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका और मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संघ की प्रदेश मंत्री संध्या त्रिपाठी, जिलाध्यक्ष स्वाति राय के नेतृत्व में जिलेभर की कार्यकर्ताओं ने अपने-अपने केंद्र बंद करके कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन किया।
इन महिलाओं ने बीएमएस विभाग प्रमुख हरेंद्र सिंह चंदेल, जिला अध्यक्ष नरेंद्र चतुर्वेदी, जिला उपाध्यक्ष विनोद सैनी, जिला मंत्री भूपेंद्र सिंह की मौजूदगी में 6 दिन तक सुबह से शाम तक धरना कर अपनी मांगों को रखा। इस दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं और मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने नियमितीकरण, मानदेय वृद्धि सहित 11 प्रमुख मांगों को रखा। साथ ही अन्य विभागों में संचालित योजनाओं का कार्य सौंपने से समय और आर्थिक संकट से हो रही परेशानी को रखा।
शासन-प्रशासन द्वारा इसके विपरीत आदेश जारी करके, केंद्र पर मोबाइल ऐप से उपस्थिति, समय-समय पर कोरोना महामारी से लेकर आयुष्मान कार्ड बनवाने जैसी अनेक जिम्मेदारियां देकर इन्हें मानसिक और आर्थिक रूप से परेशान किया जा रहा है। जो सरकार के खिलाफ उनके मन में असंतोष और आक्रोश का कारण बन रही हैं। इसके चलते कार्यकर्ताओं की मांगों के समर्थन में संघ द्वारा चलाए जा रहे क्रमबद्ध आंदोलन की कड़ी में 6 दिवसीय केंद्र बंद हड़ताल और धरना प्रदर्शन किया।
शनिवार को हड़ताल समापन पर बीएमएस विभाग प्रमुख, जिलाध्यक्ष, जिला उपाध्यक्ष, जिला मंत्री, कोषाध्यक्ष नरेंद्र निगम, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संघ प्रदेश मंत्री, जिलाध्यक्ष, सचिव संपत नामदेव, जिला उपाध्यक्ष भगवती पांडेय, सुनीता चतुर्वेदी, नोनी बाई पटेल, सुनीता रजक, अर्चना साहू, बेनी प्रजापति सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहीं।
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