पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर

डाउनलोड करें
  • Business News
  • Local
  • Mp
  • Bhopal
  • The Election Officer Called 55 Candidates, The Date Of Voting Will Be Fixed; Elections Have Been Postponed Twice Before

भोपाल चैंबर के चुनाव को लेकर फैसला:14 नवंबर को होगी वोटिंग, चुनाव अधिकारी बोले-हाईकोर्ट के आदेश पर करा रहे; पुलिस रही तैनात

भोपाल2 वर्ष पहले
  • कॉपी लिंक
भोपाल चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के चुनाव को लेकर चुनाव अधिकारी मुकेश सेन ने मीटिंग की। इसमें वोटिंग की डेट घोषित होने के बाद प्रत्याशियों ने हाथ उठाकर समर्थन किया। - Money Bhaskar
भोपाल चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के चुनाव को लेकर चुनाव अधिकारी मुकेश सेन ने मीटिंग की। इसमें वोटिंग की डेट घोषित होने के बाद प्रत्याशियों ने हाथ उठाकर समर्थन किया।

राजधानी के प्रतिष्ठित भोपाल चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के चुनाव एक बार फिर सुर्खियों में आ गए हैं। पहले दो बार टल चुके चुनाव की वोटिंग की तारीख तय करने के लिए चुनाव अधिकारी एवं सचिव मुकेश सेन ने शनिवार दोपहर में सभी 55 प्रत्याशियों की मीटिंग बुलाई। हंगामे की आशंका के चलते मीटिंग पुलिस के साये में हुई। चुनाव अधिकारी ने प्रत्याशियों से रायशुमारी कर वोटिंग की तारीख 14 नवंबर तय की। वहीं, 3 वकीलों को सहायक चुनाव अधिकारी नियुक्त किया गया।

बता दें कि चुनाव अधिकारी सेन ने शुक्रवार को सभी प्रत्याशियों को लैटर जारी कर शनिवार को होने वाली मीटिंग में शामिल होने की बात कहीं थी, लेकिन मीटिंग होने के करीब 18 घंटे पहले अध्यक्ष ललित जैन ने सेन को पद से हटाने का लैटर जारी कर दिया था। जिसमें कहा गया है कि सेन दस्तावेज और सामग्री जमा कराएं। हालांकि, चुनाव अधिकारी सेन मीटिंग कराने पर अड़े रहे और दोपहर 3 बजे मीटिंग शुरू की।

एक घंटे तक इंतजार, एक ही पैनल के प्रत्याशी पहुंचे

चुनाव अधिकारी सेन और पर्यवेक्षक जयंत डागा एक घंटे तक प्रत्याशियों का इंतजार करते रहे, लेकिन 4 में से एक प्रगतिशील पैनल के ही प्रत्याशी पहुंचे थे। इंतजार के बाद शाम 4 बजे से मीटिंग शुरू की गई। सेन ने बताया, हाईकोर्ट के आदेश पर चुनाव कराए जा रहे हैं। सर्वसम्मिति से 14 नवंबर की तारीख तय की गई है। पद से हटाए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जैन कार्यवाहक अध्यक्ष हैं। उन्हें निर्णय लेने का अधिकार नहीं है। निलंबन गलत है।

इधर, अध्यक्ष जैन ने कहा कि मीटिंग अवैध है। सेन पहले ही त्यागपत्र दे चुके हैं। ऐसे में उन्हें वोटिंग की तारीख घोषित करने का अधिकार ही नहीं है।

कोरोना और झगड़े की वजह से दो बार टले चुनाव

कोरोना और झगड़े की वजह से दो बार चुनाव टाले जा चुके हैं। चैंबर के चुनाव पहले 29 अगस्त को प्रस्तावित थे, लेकिन 26 अगस्त को बैरागढ़/शाहजहांनाबाद SDM मनोज उपाध्याय ने कोरोना प्रतिबंधों का हवाला देते हुए वोटिंग पर रोक लगा दी थी। हालांकि, चैंबर ने जिला प्रशासन को लिखकर दिया था कि वोटिंग के दौरान कोरोना की गाइडलाइन का पालन किया जाएगा। इसके बाद प्रशासन ने वोटिंग कराने की हामी भरी और चुनाव अधिकारी सेन ने वोटिंग की तारीख 12 सितंबर तय कर दी थी।

वोटिंग से पहले 8 सितंबर को चैंबर के कोहेफिजा स्थित ऑफिस में जमकर हंगामा हुआ था। एक-दूसरे पर कुर्सियां तक फेंक दी गई थीं। विवाद के बाद चुनाव अधिकारी सेन ने इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद चुनाव फिर टल गए थे। हालांकि, हंगामे और इस्तीफे की लड़ाई थाने तक पहुंच गई थी। चुनाव अधिकारी सेन ने दवाब बनाकर इस्तीफा लेने के आरोप लगाए थे। वहीं, कोहेफिजा थाने में अध्यक्ष जैन व अन्य पर केस दर्ज कराया था। दूसरे धड़े ने सेन के विरुद्ध भी शिकायत की थी।

कोर्ट तक पहुंचा मामला

चुनाव टाले जाने पर कुछ व्यापारियों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। चुनाव अधिकारी सेन का कहना है कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद ही फिर से चुनावी प्रक्रिया कराई जा रही है।

4 पैनल के बीच मुकाबला

प्रस्तावित चुनाव में परिवर्तन, सद्भावना, प्रगतिशील एवं व्यापारी का साथ, सबका विकास पैनल के 55 प्रत्याशी मैदान में है। वे 24 पदों के लिए चुनाव लड़ रहे थे। इनमें अध्यक्ष समेत 3 उपाध्यक्ष, 1 महामंत्री, 2 मंत्री, 1 कोषाध्यक्ष, 1 सह-कोषाध्यक्ष और 15 कार्यकारिणी शामिल हैं। हालांकि परिवर्तन, सद्भावना एवं प्रगतिशील पैनल के बीच मुख्य मुकाबला था।भोपाल चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के चुनाव दो बार टल चुके हैं। 8 सितंबर को चैंबर के ऑफिस में हंगामा भी हुआ था।

खबरें और भी हैं...