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डाउनलोड करेंराहुल गांधी की सांसदी रद्द करने के बाद राजधानी में कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन का दौर जारी है। शनिवार को कांग्रेस ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के मेन गेट स्थित स्वर्गीय इंदिरा गांधी की प्रतिमा पर मौन विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेसियों ने मुंह पर काली पट्टी बांध ताला लगाया। प्रदर्शन में कांग्रेस के कई प्रदेश पदाधिकारी भी शामिल हुए। इसके अलावा गोविंदपुरा विधानसभा क्षेत्र के पठानी में लोकतंत्र की फांसी लगाने से बचाने का अनोखा विरोध दर्ज कराया।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी की प्रवक्ता दीप्ति सिंह ने बताया कि अब बीजेपी सरकार खुलकर तानाशाही का रवैया अपना रही है। बीजेपी का सिर्फ एक एजेंडा सामने हैं। विपक्ष के मुंह पर ताला लगाओ। जो सच बोलेगा। उस पर जांचें बिठा दी जाएंगी। फिर एफआईआर की जाएगी। संविधान में हर व्यक्ति को बोलने का अधिकार है। उन्होंने कहा कि हमारा संघर्राष जारी रहेगा।राहुल गांधी भी फिर संसद में पहुंचेंगे। फिर जनता की आवाज उठाएंगे। बीजेपी के छापेमार षडयंत्र से कांग्रेस झुकने वाली नहीं है।
लोकतंत्र को फांसी लगने से बचाने का अनोखा प्रदर्शन
गोविंदपुरा विधानसभा स्थित पठानी चौराहे पर कांग्रेस ने अनोखा विरोध प्रदर्शन किया। दरअसल, लोकतंत्र का एक पुलता बनाया गया। फिर फांसी से इसे बचाया गया। प्रदर्शन में विधायक पीसी शर्मा समेत, कांग्रेस समर्पित भेल कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारी शामिल हुए। कांग्रेस नेता दीपक गुप्ता ने बताया कि मोदी सरकार अब लोकतंत्र की हत्या पर उतारू है। इसका एक उदाहरण सरकार ने राहुल गांधी की सांसदी रद्द कर पेश किया है। लिहाजा इस प्रदर्शन के जरिए कांग्रेस ने लोगों को संदेश दिया है कि लोकतंत्र की हत्या कांग्रेस नहीं होने देगी। हर स्तर पर कांग्रेसी कार्यकर्ता संघर्ष की इस लड़ाई में जुटेंगे।
कल से जारी है विरोध प्रदर्शन
राहुल गांधी की संसदीय सदस्यता रद्द करने के बाद से ही राजधानी में विरोध प्रदर्शन का सिलसिला जारी है। शुक्रवार को युवा कांग्रेस ने रानी कमलनापति रेलवे स्टेशन पर रेल रोककर विरोध दर्ज कराया था। शाम को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय से एनएसयूआई ने मशाल जुलूस निकाला। उधर, एक दर्जन से अधिक क्षेत्रों में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किए।
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