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डाउनलोड करेंदुआ ए खास के साथ ही सोमवार को इज्तिमे का समापन हो गया। सुबह 9.28 बजे मौलाना साद ने दुआ की, तो लाखों हाथ एक साथ उठे। 29 मिनट तक दुआ हुई। इस दौरान इतने बड़े मजमे में सिर्फ मौलाना साद और उनके पीछे आमीन कहने वालों की आवाजें आ रही थीं।
दुआ से पहले सुबह 9.21 बजे तक मौलाना साद ने तकरीर की। उन्होंने कहा- आज इंसान ने अपनी जरूरत को दुनिया के आसपास महदूद (सीमित) कर लिया है। जबकि, असल जिंदगी आखिरत के लिए तैयारी करने की है, उसे फिक्र नहीं है। जमातों में निकलकर तब्लीग के जरिए लोगों को असल जिंदगी की मेहनत के लिए ही बताया जा रहा है।
राजधानी भोपाल के ईंटखेड़ी में चल रहे इज्तिमा में 5 हजार जमातों ने शिरकत की। यहां 10 लाख से ज्यादा लोग जुटे। इज्तिमा खत्म होने के बाद लाखों की भीड़ रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड की ओर रवाना हुई। इसके चलते ट्रैफिक व्यवस्था बदली हुई है। खासकर पुराने शहर के इलाकों में भारी वाहनों की एंट्री नहीं है। 18 नवंबर से इज्तिमा शुरू हुआ था। पहले दिन एक हजार जमातें आईं, लेकिन 2 दिन में यह संख्या बढ़कर 5 हजार तक पहुंच गई। 300 एकड़ एरिया में बने बड़े पंडाल में जमातें रुकीं।
ये दुआ हुई...
ऐ अल्लाह, सारी दुनिया को इल्म के नूर से रौशन कर दे। सारी कायनात में अमन, सुकून, भाईचारे की हवाएं चला दे। इस शहर, सूबे, मुल्क को कामयाबी, तरक्की की बुलंदियां बख्श दे। दुनिया के हर इंसान को सच्चाई, ईमानदारी और हक पर चलने की आसानी फरमा दे। इज्तिमा में शिरकत करने वालों, इसके इंतजाम करने वालों, इसकी तैयारी में मदद करने वालों की तमाम जायजा हाजतों को पूरा कर दे। सारे आलम में आ रही तबाहियों से तमाम लोगों की हिफाजत फरमा।
दुआ ए खैर ...कोई पहुंचा रात से, किसी ने लगाई सुबह से दौड़
73वें आलमी तबलीगी इज्तिमा के आखिरी दिन सोमवार को होने वाली दुआ ए खास में शामिल होने के लिए शहर की दौड़ ईंट खेड़ी स्थित इज्तिमागाह की तरफ लग गई। बड़ी तादाद में लोग रविवार रात से ही पहुंच गए थे। जबकि, बाकी सुबह फजर की नमाज के बाद पहुंचे।
दिखी गंगा-जमुनी तहजीब
दुआ के बाद घरों के लिए रवाना हुए लोगों को रास्ते की परेशानियों से बचाने के लिए इस्लाम नगर, सेमरा सैयद, गोलखेडी, लाम्बाखेडा आदि ग्रामों के लोगों ने व्यवस्थाएं की थीं। पीने का पानी, चाय के अलावा गैर मुस्लिम भी ट्रैफिक इंतजाम भी संभाल रहे हैं। हिंदू समाज के लोगों ने इज्तिमा की पार्किंग के लिए भी अपने खेतों में जगह उपलब्ध कराई है। इसके अलावा इज्तिमागाह पर तैयार किए गए अस्थाई सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट को तैयार करने के लिए बिछाई गई लाइन के लिए भी कई हिंदू समाज के लोगों ने अपने खेतों से पाइप लाइन गुजारने की जगह दी है।
सिर्फ वेज खाना ही मिला
देश के सबसे साफ शहरों की लिस्ट में भोपाल 6वें पायदान पर है, इसलिए इज्तिमे में सफाई को लेकर सीख दी गई। पिछले 3 दिन तक लोगों को वेज खाना ही दिया गया। 50 रुपए में वेज पुलाव, दाल-चावल, सब्जी-रोटी मिली और 20 रुपए में पाव-भाजी, हलवे का नाश्ता दिया गया। 6 रुपए में पानी की एक लीटर की बोतल और 5 रुपए में चाय (कट) मिली।
बड़ा चार्जिंग पॉइंट बनाया
इज्तिमे में नगर निगम की फायर टीम 24 घंटे अलर्ट मोड पर रही। फायर एक्सपर्ट साजिद खान की मौजूदगी में 40 कर्मचारियों का स्टाफ जुटा रहा। फायर एक्सपर्ट खान ने बताया कि इज्तिमा में बाहर से लोग शामिल हुए। ऐसे में उन्हें मोबाइल चार्ज करने के इंतजाम नहीं मिल पाते, इसलिए बड़ा चार्जिंग पाॅइंट बनाया गया। इसमें एक साथ 100 मोबाइल चार्ज हो सकते हैं। वहीं, इमरजेंसी लाइट, 50 अग्निशामक यंत्र, 6 फायर ब्रिगेड, 6 बुलेट फायर, पंप, जनरेटर और गाड़ियों के पंक्चर सुधारने के लिए भी इंतजाम किए गए।
दुनिया के बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक
भोपाल में आलमी तब्लीगी इज्तिमा मुस्लिम समुदाय के दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक है। भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश में ही इज्तिमा होता है। भोपाल के इज्तिमा में विदेशी जमातें भी शामिल होती रही हैं, लेकिन पहली बार इस साल विदेशी जमातें नहीं आईं। देशभर से ही जमातें आईं।
अब जानिए ट्रैफिक व्यवस्था के बारे में...
भारी वाहनों की एंट्री नहीं, पुराने शहर में जाने से बचें
20 नवंबर की रात 9 बजे से सीमावर्ती जिलों से भोपाल शहर में भारी माल वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है।
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एयरपोर्ट की ओर आ-जा रहे हैं, ये ध्यान रखें
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इज्तिमा में 15 टन चावल बने, पानी की 12 लाख बोतलें बिकीं
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में इन दिनों मुस्लिम समुदाय के दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक इज्तिमा का आयोजन हो रहा है। यहां आने वाले लोगों के लंच-डिनर और ब्रेकफास्ट के लिए बड़े पैमाने पर इंतजाम किए गए हैं। खाने के सारे अरेंजमेंट इस बात को ध्यान में रखकर किए गए हैं कि कोई भूखा न रहे। इस दौरान 2 दिन में 15 टन (15,000 किलो) चावल का पुलाव बना, तो 100 क्विंटल आलू-गोभी, टमाटर, मिर्च, धनिया, बैंगन की सब्जी भी इस्तेमाल हो चुकी है। शुरुआती दो दिन में ही 12 लाख पानी की बोतलें और 10 लाख कप चाय बिक गईं। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
इज्तिमा का पहला दिन
भोपाल के ईंटखेड़ी में शुक्रवार से इज्तिमा शुरू हुआ, जो 21 नवंबर तक चलेगा। इसमें देशभर से जमातें आई हैं। मुस्लिम धर्मगुरु तकरीरें (प्रवचन) कर रहे हैं। 4 दिन में 10 लाख लोगों के जुटने का अनुमान है। तैयारियां भी इसी के हिसाब से की गई हैं। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
इज्तिमा का दूसरा दिन
इज्तिमा राजस्थान से आए मौलाना चिराग उद्दीन साहब के बयान के साथ शुरू हुआ। ईंटखेड़ी-घासीपुरा में लाखों जमातियों के मजमे को खिताब करते हुए मौलाना ने फरमाया कि अल्लाह ने हमें किसी न किसी काम के लिए पहुंचाया है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
इज्तिमा के लिए हुए ये इंतजाम
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के ईंटखेड़ी के घासीपुरा में इज्तिमा के लिए पिछले 2 महीने से मिनी शहर बसाया जा रहा था। ये 73वां इज्तिमा है। 300 एकड़ से ज्यादा एरिया में बड़े पंडाल बनाए गए हैं। इनमें रहने के इंतजाम किए गए हैं। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
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