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BJP विधायक बोले-किसानों को DAP नहीं मिल पा रहा:कृषि मंत्री का जवाब- चुनावी साल में श्रेय लेने के लिए नेता जाग गए हैं

भोपाल4 महीने पहले
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मप्र में खाद को लेकर किसान परेशान हैं। खाद के इंतजार में आए दिन किसानों की असमय मौतों के मामले सामने आ रहे हैं। दो दिन पहले सीहोर जिले में खाद के लेने के लिए लाइन में लगे किसान की मौत हो गई। इस घटना के बाद विपक्षी दल कांग्रेस ने सरकार को घेरना शुरु कर दिया। विपक्ष के साथ ही सत्तापक्ष के भी विधायक ने खाद के संकट को लेकर अफसरों पर हमला बोला। मैहर से भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी ने डीएपी के संकट को लेकर सवाल उठाते हुए कहा- मैं मुख्यमंत्री जी को यह बात बताना चाहता हूं कि हमारे विंध्य का किसान बहुत पीडित और परेशान है। खाद नहीं मिलने से किसान खेती नहीं कर पा रहे हैं। यूरिया तो कुछ हद तक उपलब्ध है लेकिन डीएपी जिसकी सबसे ज्यादा जरूरत है वो नहीं मिल पा रहा है। अधिकारी आपके पास गलत रिपोर्ट कर रहे हैं। कोई अफवाह नहीं फैला रहा है। यही किसान अन्नदाता है किसानों के हित में डीएपी खाद की तत्काल व्यवस्था करें ताकि किसान खेती कर सके।

कृषि मंत्री बोले- चुनावी साल है इसलिए नेता जाग रहे हैं

त्रिपाठी की मांग पर कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा अब चुनाव साल है चुनाव साल में सारे नेता जाग जाएंगे। चार साल में जो सोए हुए थे वो सोच रहे हैं हमको श्रेय मिले इसलिए वो चिल्ला रहे हैं। लेकिन कोई समस्या नहीं हैं। विधायक का काम है चिट़्ठी लिखने का। हम कह रहे हैं हम खाद देंगे। और खाद का अच्छा वितरण हो रहा है। खाद के संकट को लेकर मचे हाहाकार पर कृषि मंत्री ने कहा ये प्रायोजित हाहाकार है। मैं छिंदवाड़ा गया था कहीं एक किसान ने शिकायत नहीं की। कमलनाथ, राहुल गांधी और कांग्रेस ने चुनाव के पहले सत्ता में आने के लिए दो लाख तक का कर्जा माफ करने का वचन दिया था। और आते से ही कांग्रेस ने दस्तखत कर दिए कि दो लाख तक का कर्जा माफ किया जाता है लेकिन बजट प्रावधान नहीं किया। राहुल गांधी ने दस दिन में मुख्यमंत्री हटाने की बात कही थी लेकिन नहीं हटाया। जो किसान कर्ज में हैं और जो डिफाल्टर किसान हैं उन्हें सोसाइटी कर्ज नहीं देती। लेकिन मुख्यमंत्री ने यह फैसला लिया कि हम डिफाल्टर किसानों को भी खाद नकद में खाद देंगे। डिफाल्टर किसानों को डबल लॉक से खाद मिलता था। डबल लॉक में बहुत कम सेंटर जहां पर वेयर हाउस, गोडाउन हैं इसलिए वहां किसान एकत्रित हो जाते थे। उनको टोकन देते थे। लेकिन सीएम के नेतृत्व में हमने निर्णय लिया है कि किसान को खाद गांव में ही पहुंचाएंगे। पीओएस मशीन से वहीं थंब लगवाकर पैसे लेकर तुरंत किसानों को खाद देने का काम कर रहे हैं। एक दो जगह हो सकता है दिक्कत हुई हो पिछले साल से की तुलना में हमने इस साल 15 नवंबर तक करीब दो लाख मीट्रिक टन ज्यादा खाद बांटा है।

खाद के इंतजार में किसान की मौत
खाद के इंतजार में किसान की मौत

सात घंटे खाद के इंतजार में खड़े किसान ने तोड़ा दम

सीहोर जिले के ढाबला की सरकारी सोसायटी का है। किसान का नाम शिवनारायण मेवाड़ा था। वह रामखेड़ी गांव का रहने वाला था। किसान अपने गांव से दो किलोमीटर दूर ढाबला की सरकारी सोसायटी में खाद लेने गया था। जहां वह सुबह 8 बजे से दोपहर करीब ढाई बजे तक लाइन में लगा रहा। जिसके बाद उसे खाद के लिए पर्ची मिली। तभी वह अचानक गिर पड़ा और उसकी मौत हो गई। यहां पढ़ें पूरी खबर...

कांग्रेस विधायक का ट्वीट- श्योपुर से कांग्रेस विधायक बाबू जंडेल ने ट्वीट करते हुए लिखा- ये हमारे मेरे ग्रह जिला श्योपुर के बुजुर्ग काका तड़के 3 बजे से लाइन में लगे है लाइन में खड़े होते होते पेर दर्द करने लग गये ये वास्तविकता है मुख्यमंत्री जी खाद की। आप रोज झूठ बोल रहे हैं। आपने अधिकारियों को झूठ बोलने पर मजबूर कर रखा है।

शिवराज ने कहा- खाद को लेकर अफवाह फैलाने वालों से सख्ती से निपटेंगे

मध्यप्रदेश में खाद की कमी को लेकर हो रही सियासत पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने विपक्ष को घेरा है। बिना नाम लिए सीएम ने कहा- कुछ लोग खाद को लेकर अफवाह और भ्रम का माहौल बनाकर अराजकता फैलाना चाहते हैं। ऐसे लोगों से सख्ती से निपटेंगे। सीएम ने कहा प्रदेश में लगातार खाद की आपूर्ति की जा रही है। हम खाद की कमी नहीं आने देंगे। तकनीकी कारणों से बीच में थोड़ी दिक्कत आई थी। खाद की उपलब्धता है। मैं आपको आश्वस्त कर रहा हूं। आप बिल्कुल चिंता न करें। जरूरत के अनुसार खाद मिलेगी। कुछ लोग अफवाह और भ्रम फैलाकर प्रदेश में अराजकता का माहौल बनाना चाहते हैं। ऐसे लोगों से हम सख्ती से निपटेंगे। गड़बड़ करते हुए पाया जाएगा, तो कार्रवाई होगी। आप आश्वस्त रहें आपको पर्याप्त खाद उपलब्ध कराई जाएगी।' यहां पढ़ें पूरी खबर....