पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
डाउनलोड करेंलंबे समय से तिरोड़ी के शासकीय अस्पताल में एमबीबीएस चिकित्सकों की भर्ती को लेकर आवाज उठा रही 30 हजार की आबादी ने अब खुद मोर्चा खोल दिया है। क्षेत्र की जनता अपनी इस मांग को लेकर क्रमिक हड़ताल पर बैठ गई है।
सालों से मिल रहे झूठे आश्वासन और वादों के चलते जनता का अपने जनप्रतिनिधियों से विश्वास टूट चुका है। यही वजह है कि शुक्रवार से क्षेत्रवासी अस्पताल परिसर स्थित गांधी प्रतिमा के सामने एमबीबीएस डॉक्टर के रिक्त पड़े दो पदों को भरने की मांग को लेकर हड़ताल पर बैठ गए हैं। शनिवार को भी लोग अपनी मांग मंगवाने नारेबाजी और तमाशबीन जनप्रतिनिधियों के प्रति अपना आक्रोश जाहिर करते दिखे।
राहत मिली पर संतुष्टि नहीं
कुछ महीने पहले कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा के निर्देशों के बाद तिरोड़ी अस्पताल में दो आयुष चिकित्सकों को सेवाएं देने यहां पदस्थ किया गया था। इन चिकित्सकों की सेवाओं से जनता को कुछ राहत तो मिली है, लेकिन संतुष्टि नहीं।
ग्रामीणों की मांग है कि अस्पताल में एमबीबीएस चिकित्सकों के रिक्त पदों को भरा जाए। हाल ही में जब से एमबीबीएस चिकित्सकों की अस्पतालों में नियुक्ति किए जाने की चर्चाएं चल रही हैं, तब से इस मांग ने और जोर पकड़ लिया है।
जनता का विधायक-सांसद से भरोसा टूटा
जनता के वोट से विधायक और सांसद बनने वाले नेता अगर उन्हीं की मांगों को भुला दें तो जनता का उन पर से भरोसा टूटना लाजमी है। तिरोड़ी की जनता के साथ भी यही कहानी है।
क्षेत्रीय विधायक टामलाल सहारे और सांसद डॉक्टर ढालसिंह बिसेन से कई मर्तबा अस्पताल में चिकित्सकों की स्थाई व्यवस्था करने गुहार के बाद भी नतीजे जनता के हक में नहीं आए हैं।
इनकी अगुवाई में बैठे हड़ताल पर
क्रमिक भूख हड़ताल की शुरुआत ग्राम प्रधान आनंद बरमैया और श्रमजीवी पत्रकार संघ के तिरोड़ी तहसील अध्यक्ष पवन वैध ने की है। इनकी अगुवाई में मोहन डोंगरवार, प्रशांत सूर्यवंशी, आरिफ खान, पंकज श्रीवास, आशीष मंडलेकर, प्रेम नारायण तिवारी, गुडबिन इमेनविल, ज्ञानीराम राहंगडाले, बाबा भाई, रविशंकर सेन्द्रे, वीरेंद्र गुप्ता आदि का समर्थन मिल रहा है।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.