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डाउनलोड करेंबालाघाट में इन दिनों नकली नोट खपाने का शातिराना खेल चल रहा है। इसका शिकार होने वाले ज्यादातर व्यापारी हैं। बीते दो-तीन दिनों में एक के बाद एक व्यापारियों के पास 200, 50 और 10 रुपए तक के नकली नोट मिलने की सूचना मिल रही है। दुकान में खरीदारी करने आने वाले लोग असली नोटों के बीच एक-दो नकली नोट फंसाकर व्यापारियों के साथ ठगी कर रहे हैं।
जानकारी के अनुसार, हफ्तेभर में धोखाधड़ी के इस खेल का लगभग आधे दर्जन व्यापारी शिकार हो चुके हैं। उक्त नकली नोट खासकर बच्चों के खेलने वाले चिल्ड्रन बैंक ऑफ इंडिया व फुल ऑफ फन प्रिंटेड फेक करंसी है। हालांकि, अभी तक किसी व्यापारी ने इस धोखाधड़ी की शिकायत पुलिस में नहीं की है, लेकिन पुलिस ऐसे गिरोह पर नजर बनाए हुए हैं।
जल्दबाजी में अंतर पहचानना मुश्किल
व्यापारियों के मुताबिक, जिस तरह एक के बाद एक नकली नोट मिलने के मामले सामने आ रहे हैं, इससे तय है कि इसके पीछे कोई रैकेट काम कर रहा है। ऐसे लोग भीड़ ज्यादा होने पर ही दुकान में सामान खरीदने आते हैं और पैसे देते वक्त असली नोटों में नकली नोट फंसाकर दे देते हैं। तब व्यापारी दुकानदारी में व्यस्त होने के कारण जल्दबाजी में असली व नकली में अंतर नहीं पहचान पाता। जब तक उसे पता चलता है तब तक धोखाधड़ी करने वाला रफूचक्कर हो चुका होता है।
5 महीने पहले मिले थे 5 करोड़ के नकली नोट
इस साल 27 जून को जिले की बैहर पुलिस ने 5 करोड़ के नकली नोटों के साथ 8 लोगों को गिरफ्तार किया था। इनमें दो आरोपी गोंदिया से पकड़े गए थे। गौरतलब है कि इन नकली नोटों में 10 से लेकर दो हजार रुपए के नकली नोटों की गड्डी मिली थी।
बालाघाट सीएसपी अपूर्व भलावी ने बताया कि अभी तक पुलिस के संज्ञान में ये मामला नहीं आया है। व्यापारियों के शिकायत के आधार मार्केट में नकली नोट चलाने वाले रैकेट और उसके लिंक का पता लगाने की कार्रवाई करेगी। फिर भी पुलिस ऐसे जालसाजों पर नजर बनाए हुए हैं।
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