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डाउनलोड करेंकोर्ट में गवाही देने आ रहे परिवार के ऊपर पिकअप से टक्कर मारकर घटना को अंजाम देने के बाद से गर्री निवासी दारोगा मजीद आलम का पिता मंसूर आलम फरार है। खबर है कि उसने अपने पूरे परिवार को एक ठिकाने पर शिफ्ट करा दिया है। 21 जून को घटी घटना के बाद से 5 दिनों में अपने बचाव को लेकर तिकड़म जुटाना भी शुरू कर दिया है। घटना को अंजाम देने में अहम भूमिका निभाने वाला पिकअप वैन का चालक नवीन गिरी और वाहन मालिक महादेव महतो भी फरार है। गंभीर रूप से घायल जिंदगी और मौत से जूझ रहे दारोगा मजीद आलम की पत्नी नूरजहां की स्थिति दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है।
नूरजहां के पिता सुलेमान मियां भी हजारीबाग मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में इलाजरत हैं। सूत्रों की माने तो मंसूर मियां समेत सभी आरोपी दारोगा मजीद मियां के डिक्टेशन में अपना बचाव करने में जुटे हैं। बताया गया है कि इस घटना का मास्टरमाइंड मंसूर आलम सोमवार की रात अपने परिवार के सभी सदस्यों को कहीं अन्यत्र शिफ्ट करा दिया था, उसके बाद मंगलवार की सुबह महादेव महतो और नवीन गिरी के साथ मिलकर केरेडारी थाना कांड संख्या 119/21 की सूचक नूरजहां बानो, गवाह सबीना खातून और सुलेमान मियां को महादेव महतो के पिकअप वैन से कुचलने जैसी घटना को अंजाम दिया था।
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