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डाउनलोड करेंजिले में निबंधित किसानों को 50 प्रतिशत अनुदान पर धान, अरहर व मक्का का बीज मिल सकेगा। सरकार की ओर से 1600 क्विंटल का आवंटन प्राप्त हो चुका है। बीज के लिए किसानों का निबंधन की प्रक्रिया भी चल रहा है। कृषि विभाग का दावा है कि निबंधित किसानों को एक सप्ताह के अंदर बीज मिल सकेगा। जिले के 6068 किसान अभी तक निबंधन करा चुके हैं।
निबंधन के मामले में जिला राज्य में तीसरे स्थान पर है। अधिकतम पांच एकड़ भूमि वाल किसानों को बीज अनुदान पर मिल सकेगा। निबंधन के लिए किसान प्रखंड स्तर पर प्रखंड तकनीकि प्रबंधक, सहायक तकनीकि प्रबंधक, प्रखंड कृषि पदाधिकारी व कृषक मित्र से संपर्क कर प्रखंड कार्यालय में आवेदन दे सकते हैं।
जून माह का प्रथम सप्ताह खेती के लिए बेहतर, जिले के किसान कर लें तैयारी : कृषि वैज्ञानिक
कृषि विज्ञान केंद्र के कृषि वैज्ञानिक अशोक कुमार ने कहा कि जिले में धान के बाद अरहर की खेती भी अच्छी होती है। एक बारिश मई माह के अंत तक हो जाए तो अरहर की फसल लगाई जा सकती है। बारिश होने पर दलहन व तेलहन की फसल दब जाती है। इसके लिए जून के प्रथम सप्ताह खेती की के लिए उपयोगी होती है।
जून के अंत में जिले में किसान बोआई करते हैं। रोपाई 15 जुलाई या जुलाई के अंत तक होने पर बढ़िया उपज होती है। जून के प्रथम सप्ताह तक बीज मिलने पर उपज प्रभावित नहीं होती है। तापमान कम होने पर उपज घट जाता है।
जून के प्रथम सप्ताह तक बीज मिलने पर बेहतर है। धान की फसल करीब 50 हजार हेक्टेयर में फसल होती है। अरहर करीब 22 हजार हेक्टेयर में होती है। मक्का आठ-दस हजार हेक्टेयर में होती है।
बीज के लिए किसान परेशान
जिले के किसान धान, अरहर मक्का के बीच के लिए अभी से चिंतित हैं। किसानों को भय है कि समय पर बीज सरकार की ओर से मुहैरा नहीं कराया गया तो उन्हें कर्ज लेकर बाजार से अधिक मूल्य पर बीज खरीदना पड़ेगा।
धुरकी प्रखंड के किसान हाफिज खान और तेजू कोरवा ने बताया की मॉनसून दस्तक देने के लिए तैयार हो चुका है और अभी तक हम किसानों को सरकार के द्वारा अनुदानित व निशुल्क धान, मक्का आदि फसलों के बीज उपलब्ध नहीं कराया जा सका है।
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