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डाउनलोड करेंमहिला एवं बाल कल्याण विभाग के तहत संचालित नोवामुंडी प्रखंड के कुल 135 आंगनबाड़ी केंद्रों में 53 भवनहीन है। 17 भवन वर्षों से निर्माणाधीन हैं। ठेकेदारों द्वारा राशि भवन निर्माण की राशि निकासी किए जाने के बावजूद आज वर्षो बाद भी भवन का निर्माण पूर्ण नहीं किया जा सका है। जब कि नोवामुंडी में मात्र 3 वर्षो में करोड़ों का प्रखंड सह अंचल कार्यालय का आलीशान भवन बन कर तैयार हीं नही हुआ। बल्कि आज उस विशाल कार्यालय भवन में प्रखंड,अंचल कल्याण सहित दर्जनों कार्यालय संचालित हो रहे हैं। प्रखंड के वर्षो पुराने करीब 34 आंगनबाड़ी केंद्र भवन काफी जर्जर हालत में हैं।
जिससे इन वर्षो पुराने जर्जर आंगन बाड़ी केंद्रों में जगह की भारी कमी सीमित संसाधनों एवं असुरक्षा के वातावरण के बीच बच्चों किशोरियों गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को पोषण शिक्षण के साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ कितना और किस तरह मिल पाता होगा।बता दें। इन जर्जर आंगन बाड़ी के सेविका एवं सहायिकाओं द्वारा बच्चों को पेड़ो के नीचे और खुले में पोषाहार बनाया जाता है।
जानकारी हो कि इन जर्जर एवं भवनहीन आंगनबाड़ी केंद्रों में ही 3 वर्ष से 6 वर्ष के मासूम बच्चों को औपचारिक शिक्षा,पौष्टिक पोषाहार के साथ ही गर्भवती, एवं धात्री महिलाओं सहित किशोरियों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराए जाने के लिए ही महिला एवं बाल कल्याण की ओर से गांव गांव में आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थापना की गई थी। ताकि घर गांव में ही बच्चो किशोरियों, धात्री एवं गर्भवती महिलाओं को शिक्षा पोषाहार एवं स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराया जा सके।
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