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डाउनलोड करेंदेश के केंद्रीय बजट से हिमाचल की बहुत से उम्मीदें जुड़ी थी, उनमें से एक रेणुकाजी बांध परियोजना के निर्माण कार्य जल्द शुरू होने की भी थी। लेकिन केंद्रीय बजट में रेणुकाजी बांध परियोजना के निर्माण के लिए केन्द्र सरकार ने इस बजट में लॉलीपॉप ही थमाया है।
केन्द्र सरकार की और से इस बजट में इस बड़ी परियोजना के लिए धनराशि आवंटित होने की पूरी उम्मीदें थी, लेकिन केन्द्रीय बजट में परियोजना का जिक्र तक नहीं किया गया। बजट के आभाव में इस महत्वाकांक्षी परियोजना के खटाई में पड़ने के आसार पैदा हो गए है।
7 हजार करोड़ से होना है परियोजना का निर्माण
करीब 7 हजार की लागत से बनने वाली इस परियोजना के चलते देश की एक फीसदी आबादी के लोगों की प्यास को बुझाया जाना है। लेकिन पिछले चार दशकों में परियोजना का कार्य शुरू नहीं हो पाया है। यहां तक कि परियोजना के निर्माण की शुरुआती लागत 1286 करोड़ पर से बढ़कर 7 हजार करोड रुपए पर पहुंच चुकी है। रेणुका बांध प्रबंधन को भी वर्तमान केन्द्रीय बजट में फंड मिलने की पूरी उम्मीद थी। लेकिन प्रबंधन के अरमानों पर पानी फिर गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था शिलान्यास
13 माह पूर्व 27 दिसंबर 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंडी के पड्डल मैदान से इस परियोजना का शिलान्यास किया था। उस दौरान 1037 करोड रुपए की पहली किस्त भी निर्माण के लिए जाती की गई थी। लेकिन इस राशि को भी बांध प्रबंधन विस्थापितों के मुआवजा आवंटन व अन्य औपचारिकताओं को पूरा करने पर खर्च किया जा चुका है। परियोजना के निर्माण को लेकर बांध प्रबंधन के हाथ पूरी तरह से खाली हैं। परियोजना के निर्माण को लेकर दूसरी किस्त की दरकार है।
दूसरी किश्त मिलते ही अविलंब शुरू होगा कार्य
रेणुकाजी बांध परियोजना के महाप्रबंधक एमके कपूर ने बताया कि निर्माण कार्य को आगे बढ़ाने के लिए दिसंबर माह में ही बजट का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेज दिया गया है। 1037 करोड रुपए की पहली किस्त के सिवा दूसरी किस्त का प्रावधान नहीं हुआ है। बजट मिलते ही परियोजना का निर्माण अविलंब शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि फंड मिलने की पूरी उम्मीद है।
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