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डाउनलोड करेंहिमाचल के जिला सिरमौर जिले में हरिपुरधार के सैनिक सुभाष छींटा का मंगलवार को सैनिक सम्मान के साथ पंचतत्व में विलीन हुए। दोपहर बाद करीब साढ़े 3 बजे शहीद की पार्थिव देह हरिपुरधार पहुंची। उनके अंतिम दर्शन के लिए हरिपुरधार में सैकड़ों लोगो की भीड़ उमड़ी थी। जैसे ही पार्थिव देह हरिपुरधार पहुंची तो पूरा बाजार सुभाष छींटा अमर रहे के नारों से गूंज उठा।
सैकड़ों लोग नारे लगाते हुए करीब डेढ़ किलोमीटर श्मशान घाट तक पहुंचे। उनकी माता मैना देवी व अन्य परिजन भी अंतिम दर्शन के लिए सड़क पर पहुंचे थे। माता मैना देवी ने जब अपने लाडले के दर्शन किए तो वह बेहोश हो गई। जब से उन्हें बेटे के शहीद होने की सूचना मिली है वह बार बार बेहोश हो रही है। उनकी आंखे पथरा गई है।
करीब सवा 4 बजे हुआ अंतिम संस्कार
शहीद का पार्थिव शरीर साढ़े तीन बजे हरिपुरधार पहुंच गया था। करीब आधा घटे तक खरोटी गांव के समीप सड़क पर उनकी पार्थिव देह अंतिम दर्शन के लिए रखी गई थी।
शाम करीब स्वा बजे सैनिक सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार में वहां पर सैकड़ों लोगो की भीड़ जुटी थी। लोगो ने उन्हें नम आंखों से श्रद्धा सुमन भेंट किए।
नायक सुभाष हलवारा एयरपोर्ट स्टेशन में तैनात थे। सोमवार रात को अचानक तबीयत बिगड़ने पर उन्हें आर्मी हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
नाहन पहुंचने पर जिला प्रशासन की ओर से SDM नाहन रजनेश कुमार, पूर्व सैनिक वेलफेयर डिप्टी डायरेक्टर मेजर दीपक धवन सहित पूर्व सैनिक संगठन नाहन के सचिव अनिल कुमार प्रवीन कुमार, पूर्व सैनिक संगठन संगठन से सूबेदार रामलाल ने शहीद जवान को श्रद्धांजलि अर्पित की। मेजर दीपक धवन ने प्रशासन की ओर से नायक सुभाष की धर्मपत्नी ममता देवी को फौरी राहत भी प्रदान की है।
14 साल देश की सेवा
नायक सुभाष छींटा का जन्म 30 नवंबर 1987 को हरिपुरधार के निकटवर्ती गांव खरौटी में हुआ था। 2010 में वह इंजीनियर रेजीमेंट में भर्ती हुए थे। उन्होंने सेना में रहते हुए 13 वर्ष 11 महीने तक देश की सेवा की। इन दिनों वह पंजाब के बरनाला में कार्यरत थे। सोमवार को जब वह ड्यूटी पर तैनात थे तो उस दौरान उन्हें अचानक हार्ट अटैक आ गया और वह शहीद हो गए।
परिवार में पत्नी और 8 साल का बेटा
शहीद सुभाष छींटा अपने पीछे 34 वर्षीय पत्नी ममता व 8 वर्षीय बेटा अभिनव को छोड़ कर गए है। उनके पिता विशन सिंह शिक्षा विभाग से BEEO पद से रिटायर हुए थे। कुछ वर्षों पहले उनका भी निधन हो चुका है।
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