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डाउनलोड करेंहिमाचल प्रदेश में युवा कांग्रेस (युकां) का क्रमिक अनशन आज चौथे दिन भी जारी है। सभी जिलों में DC एवं ऑफिस के बाहर कांग्रेस के युवा विंग के कार्यकर्ता गांधीवादी ढंग से अनशन कर हिमाचल पुलिस महानिदेशक (DGP) संजय कुंडू को पद से हटाने की मांग कर रहे हैं। शिमला में युवा कांग्रेस के अनशन में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह भी हौसला अफजाई के लिए DC ऑफिस पहुंचीं।
इस दौरान प्रतिभा सिंह ने पुलिस भर्ती मामले में सरकार व प्रशासन की विफलता की आलोचना करते हुए कहा है कि यह बहुत ही गम्भीर मामला है जिसे हल्के में नहीं लिया जा सकता। इस पूरे मामले की जांच जल्द पूरी कर असली गुनहगारों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए, क्योंकि इस घटना से प्रदेश की स्वच्छ छवि पर दाग लगा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस बेरोजगारों के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ न्याय की लड़ाई लड़ेगी।
युवा कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष निगम भंडारी ने बताया कि उनका अनशन तब तक जारी रहेगा, जब तक जयराम सरकार DGP को पद से नहीं हटा देती। DGP को अब तक नैतिकता के आधार पर पद से इस्तीफा दे देना चाहिए था। उनकी वजह से 75 हजार से अधिक युवा और उनके परिजन परेशान हैं। खासकर जिन युवाओं ने मेहनत से परीक्षा को पास किया था।
देशभर में हिमाचल का नाम किया बदनाम
भंडारी ने कहा कि इस तरह की घटनाएं उत्तर प्रदेश और बिहार में घटती थीं, अब DGP कुंडू की अगुवाई में पेपर लीक से हिमाचल में नाम देशभर में खराब हुआ है। उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को चेतावनी दी है कि संजय कुंडू को जल्द पद से हटाया जाए। यदि ऐसा नहीं किया गया तो युवा कांग्रेस आंदोलन को तेज करने के लिए मजबूर हो जाएगी।
कांग्रेस नेता भी युकां हड़ताल में हो रहे शामिल
वहीं युकां की इस हड़ताल में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी रोजाना जुड़ रहे हैं और सरकार पर तीखे हमले बोल रहे हैं। निगम भंडारी ने कहा कि संजय कुंडू के पद पर रहते हुए पुलिस पेपर लीक मामले की निष्पक्ष जांच संभव नहीं है। यही वजह है कि अब तक इस मामले में केवल पैसे देने वाले बच्चों को ही गिरफ्तार किया गया है।
DGP पर दोषी अधिकारियों को बचाने का आरोप
भंडारी ने कहा कि पेपर लीक में शामिल पुलिस अधिकारियों से पूछताछ तक नहीं की गई है। उन्होंने DGP पर दोषी अधिकारियों को बचाने का आरोप लगाया है। SIT में ईमानदारी से काम करने वाले अफसरों को फ्री-हैंड देने की मांग की है। परीक्षा देने वाले अभ्यर्थी इस मामले की जांच CBI से जांच कराने को लेकर संतुष्ट नहीं हैं, क्योंकि पहले भी CBI के पास कई ऐसे मामले हैं, जिन्हें आज तक सुलझाया नहीं जा सका है। इसलिए युकां हाईकोर्ट की निगरानी में इस मामले की जांच की मांग करती है।
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