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जोगिंद्रनगर की उटपुर पंचायत के भ्रां गांव की समस्या:150 परिवारों की बिना पानी के करीब 400 बीघा जमीन हो रही बंजर

जोगिंद्रनगर2 महीने पहले
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भ्रां गांव में बंजर पड़ी जमीन। - Money Bhaskar
भ्रां गांव में बंजर पड़ी जमीन।

हिमाचल के जिला मंडी में जोगिन्द्रनगर उपमंडल की दूरदराज पंचायत उटपुर के भ्रां गांव के करीब 150 परिवार बिना पानी के करीब 400 बीघा बंजर होती जमीन से परेशान है। गांव के लोगों का कहना है कि न जाने वह कितनी बार विभाग के कार्यालय के चक्कर काट चुके है, लेकिन गत 15 वर्षो से बीच अधर में लटकी इस योजना को पूरा करने में विभाग कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रहा है।

पाइप लाइन बिछी, टैंक का काम छोड़ा
​​​​​​​भ्रां गांव के निवासी जगरनाथ चौहान,के कश्मीर सिंह,भगवान सिंह,संजीव चौहान,विनोद कुमार ने बताया कि गांव के किसानों की बंजर होती जमीन को बचाने के लिए के लिये वर्ष 2008 में बिनवा खड्ड से लिफ्ट इरिगेशन स्कीम शुरू हुई तो गांववासियों की खुशी का कोई ठीकाना नहीं रहा।

विभाग द्वारा बिनवा खडड में पम्प हाउस बना दिया गया, भ्रां गांव तक पाईप लाईनें तो बिछा दी गयी, लेकिन आगे टैंक का काम छोड़ दिया गया। जो आज 15 वर्ष बीत जाने के बाद भी नहीं बन पाया है। लिहाजा किसानों को इस योजना लाभ नहीं मिल रहा है।

बारिश के पानी पर ही निर्भर किसान
विभाग द्वारा इस योजना पर खर्च की गयी लाखों रूपए की राशि का कोई लाभ नहीं मिल पाया है। जिससे किसान अब भी बारिश के पानी पर ही निर्भर है। किसानों ने कहा कि जब योजना पूरी ही नहीं हुई तो फिर उन पाइपों को बिछाने का भी क्या औचित्य है। उन्होंने प्रदेश कांग्रेस की सुक्खू सरकार से आग्रह किया है कि उनकी इस योजना पर शीघ्र काम शुरू किया जाये और टेंक का निर्माण करके किसानों की खेतों तक पानी को पहुंचाया जाये ताकि किसानों की बंजर होती जमीन को बचाया जा सके।

मामले को लेकर बोले अधिकारी
विभाग के सहायक अभियंता प्रदीप राठौर ने कहा कि यह योजना नाबार्ड के तहत वर्ष 2008 में मंजूर हुई थी, लेकिन धन राशि के समाप्त हो जाने के कारण आगे का कार्य पूरा नही हो पाया। उन्होंने कहा कि हिमकेड योजना के तहत 55 लाख का प्राक्कलन तैयार करके भेजा, जिसकी स्वीकृति आते ही योजना को पूरा कर लिया जायेगा।