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डाउनलोड करेंहरियाणा के पानीपत जिले के गांव अटावला निवासी महिला और उसके परिजनों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज हुआ है। रोहतक के गांव बोहर निवासी युवक ने केस दर्ज करवाया है। शादी से पहले और बाद में भी पत्नी के अवैध संबंधों का पता लगने के बाद पति ने 2 माह बाद ही पंचायत करवा कर तलाक की बात कही।
इसके बाद महिला ने पानीपत में ससुरालियों पर दो केस दर्ज करवाए। एक केस में गर्भपात का जाली सर्टिफिकेट बनवा कर केस मजबूत करना चाहा, जिसका पता लगने पर पति ने साक्ष्यों समेत सच साबित कर दिया। अब पति की शिकायत पर पत्नी, सास-ससुर और साले पर धोखाधड़ी का केस दर्ज हुआ है।
पहली FIR 4 माह में हुई थी कैंसिल
SP को दी शिकायत में नवीन ने बताया कि वह रोहतक जिले का रहने वाला है। उसकी शादी फरवरी 2020 में पानीपत के गांव अटावला निवासी महिला से हुई थी, लेकिन पत्नी और उसके परिवार का व्यवहार शुरुआत से ही संदिग्ध है। पत्नी के कई लड़कों के साथ शादी से पहले और शादी के बाद भी अवैध संबंधों के बारे में पता लगा।
इसके बाद दोनों परिवारों के बीच कई बार पंचायत भी हुई। तलाक की बात हुई, जिसके बाद अप्रैल 2020 से वह अपने मायके में रह रही है। पत्नी ने दिसंबर 2020 में पानीपत महिला थाना में दहेज, गर्भपात, अप्राकृतिक यौन शोषण, दहेज, जान से मारने की धमकी व अन्य आरोपों में केस दर्ज करवा दिया तो उसने पत्नी के अवैध संबंधों के सबूत पुलिस को उपलब्ध करवाए थे। चार माह तक चली जांच के बाद सभी आरोप झूठे पाए गए तो दर्ज केस कैंसिल कर दिया गया।
दूसरी FIR भी तुरंत ही हुई कैंसिल
कुछ दिन बाद पत्नी ने फिर से एक शिकायत देकर मुकदमा दर्ज करवा दिया। इसके बाद फिर से केस की जांच चली। पत्नी ने अपने भाई, पिता व मां के साथ षडयंत्र रचकर मतलौडा के एक क्लीनिक का फर्जी गर्भपात का मेडिकल तैयार किया। इस बारे में पता लगने पर वह खुद क्लीनिक पर गया, जहां क्लीनिक संचालिका ने बताया कि उसकी पत्नी न क्लीनिक आई और न ही मेडिकल बनवाया।
इसकी शिकायत पति ने पुलिस को दी। मामले में क्लीनिक संचालिका के भी बयान दर्ज किए गए। जिसने पुलिस के सामने भी कहा कि यह मेडिकल जाली बनाया गया है। इसके बाद दूसरा केस रद्द करके पुलिस ने आरोपी पत्नी और उसके परिजनों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। अब मामले में आगे की जांच पड़ताल की जा रही है।
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