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डाउनलोड करेंहरियाणा के जिला करनाल में बसताडा टोल से पकड़े गए चारों खालिस्तानी आतंकियों में से 2 का 3 दिन का रिमांड पूरा हो गया। दूसरी बार के रिमांड में अमनदीप और गुरप्रीत नाम के इन दोनों युवकों को तेलंगाना ले जाया गया। तेलंगाना से लौटने के में समय लग गया।
ऐसे में पुलिस ने दोनों आरोपी अमनदीप व गुरप्रीत को कोर्ट में पेश नहीं कर सकी। अब गुरुवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। इनके दो साथियों परमिंदर व भूपेंद्र को 15 मई को ही न्यायिक हिरासत में भेजा दिया गया था।
SP गंगाराम पूनिया ने बताया कि आज अमनदीप और गुरप्रीत का 3 दिन का रिमांड पूरा हो रहा है। पुलिस ने दोनों से हर तरीके से पूछताछ की है। पकड़े जाने से पहले चारों ने दो जगह विस्फोटक सामग्री पहुंचाई थी। इनके मोबाइल से पाकिस्तान और अन्य देशों के नंबर व कुछ सबूत मिले हैं। जिनके आधार पर मामले में आगे की कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। आरोपियों को पुलिस टीम तेलंगाना से वापस नहीं लौटी है। ऐसे में अब गुरुवार को कोर्ट में पेश करेंगी।
बसताड़ा टोल करनाल से पकड़े थे चारों आतंकी
5 मई की सुबह पुलिस ने 4 खालिस्तानी आतंकियों को बसताड़ा टोल के पास नेशनल हाईवे से गिरफ्तार किया था। चारों आतंकी इनोवा गाड़ी में हाईवे से गुजर रहे थे। चारों आतंकी गुरप्रीत, अमनदीप, परविंदर और भूपिंदर पंजाब के रहने वाले हैं। तीन फिरोजपुर और एक लुधियाना का है।
चारों संगठन बब्बर खालसा से जुड़े हैं। सीआईए-1 पुलिस ने चारों आतंकियों से एक देसी पिस्तौल, 31 कारतूस, 1.30 लाख रुपए के करीब कैश और 3 लोहे के कंटेनर बरामद किए। टीम ने इनका एक्सरे करवाया तो इसमें एक्सप्लोसिव होने की पुष्टि हुई। इसके बाद से चारों आतंकियों से लगातार पूछताछ की जा रही है।
पाकिस्तान से भी संबंध आया सामने
SP गंगाराम पुनिया ने बताया कि चारों आतंकी पाकिस्तान में बैठे आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा के इशारे पर काम कर रहे थे। रिंदा ने ही इन्हें असलहा सप्लाई किया था और उसे आदिलाबाद (तेलंगाना) में पहुंचाने का काम सौंपा था। इसके बदले चारों को मोटी रकम मिलनी थी।
इससे पहले भी आरोपी नांदेड़ के पास एक कन्साइनमेंट पहुंचा चुके हैं। रिंदा इन्हें ड्रोन से असलहा सप्लाई करता था और मोबाइल ऐप से लोकेशन सैंड करता था। उसके बाद यह विस्फोटक सामग्री बताई हुई लोकेशन तक पहुंचाते थे। आतंकी रिंदा ने एक मोबाइल ऐप के जरिए गिरफ्तार युवकों को लोकेशन दी थी।
लोकेशन के अनुसार इन्हें फिरोजपुर बुलाया था। फिरोजपुर में भारत-पाक सीमा के पास गिरफ्तार आतंकी गुरप्रीत के दोस्त आकाशदीप के ननिहाल के खेत हैं। उन्हीं खेतों में ड्रोन से विस्फोटक की सप्लाई की गई थी। चारों को वहां से एक्सप्लोसिव उठाकर तेलंगाना पहुंचना था।
लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने IB की सूचना पर उन्हें करनाल में दबोच लिया। गुरप्रीत जेल जा चुका है। जेल में ही उसकी मुलाकात राजवीर नाम के शख्स से हुई। राजवीर की पाकिस्तानी आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा से पुरानी पहचान है। राजवीर ने ही गुरप्रीत की बात रिंदा से करवाई। 9 महीने से संपर्क में थे।
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