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डाउनलोड करेंहरियाणा के जिला करनाल की पुलिस ने 6 महीने बाद गृहमंत्री अनिल विज के आदेश पर केस दर्ज किया है। गांव छापर निवासी महिला ने अपने बेटे को झूठे केस से निकलवाने के लिए 3 लाख रुपए की ठगी करने का आरोप लगाया है। आरोपी कोई और नहीं, बल्कि महिला का सगा भांजा है।
इस मामले को लेकर महिला इंद्री पुलिस व एसपी करनाल को शिकायत देकर थक चुकी थी। जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो मंत्री अनिल विज के पास जाना पड़ा। मंत्री के आदेश के बाद पुलिस ने महिला की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है।
गांव छापर निवासी कलाशो ने बताया कि गांव धानोखेड़ी निवासी सुनील कुमार पुत्र जीतराम मेरा सगा भांजा है। मेरे लड़के अमन को किसी ने झूठे केस में अंदर करवा दिया था। उस केस के फैसले के बहाने सुनील कुमार 16 जुलाई 2020 को उसके पास आया और बोला कि वह अमन का फैसला करवा देगा।
3 लाख रुपए लिए, फैसला नहीं करवाया
सुनील ने फैसला करवाने की ऐवज में 16 व 17 जुलाई 2020 को 50-50 हजार रुपए दे दिए। उसके बाद 22 जुलाई 2020 को फोन से 1 लाख 80 हजार रुपए मांगे तो 1 लाख 30 हजार और 50 हजार रुपए दिए। 24 जुलाई 2020 को फिर से उसका पैसे के लिए फोन आया तो 20 हजार रुपए उसके घर पर जाकर दिए।
ऐसा करके सुनील कुमार ने तीन लाख रुपए की रकम ले ली। इतने पैसे लेने के बाद भी उसने केस का फैसला नहीं करवाया। लगभग एक साल बाद झूठे केस से उसका बेटा बाहर आया है। कई बार उससे अपने पैसे वापस मांगने गई तो पैसे वापस देने की बजाए बेटे को जान से मरवाने व झूठे केसों मे फंसवाने की धमकियां देने लगा है।
एसपी करनाल तक को दी शिकायत
इस बारे में 23 दिसंबर 2021 को थाना इन्द्री में एक दरखास्त दी, परन्तु पुलिस से मिलीभगत करके अब तक इस बारे में कोई कार्रवाई नहीं की। 7 फरवरी 2022 को एक दरखास्त एसपी करनाल को भी दी, परन्तु कोई कार्रवाई नहीं की गई। सुनील कुमार की अच्छी जान पहचान है।
वह प्रशासन में नियुक्त धानोखेडी के 2 व्यक्तियों से फोन पर ही सेंटिग करवाकर कार्रवाई नहीं होने देता। सुनील को पैसे जमीन बेचकर दिए थे। ASI कृष्ण लाल ने बताया कि पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज किया है। जांच शुरू कर दी है। दोषी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
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