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डाउनलोड करेंपिछले साल सितंबर में केरलापाल एरिया कमेटी सचिव 8 लाख के इनामी खूंखार नक्सली सोड़ी मूया ने पुलिस के सामने सरेंडर किया था। सरेंडर के 9 महीने बाद पुलिस ने उसे पत्नी सोड़ी वनिता और 9 साल की बेटी से मिला दिया है।
बीजापुर-सुकमा जिला पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन प्लान कर आखिरकार सरेंडर नक्सली की पत्नी व उसकी नाबालिग बेटी को बीजापुर जिले के गंगालूर थाना क्षेत्र के सांवनार गांव से नक्सली चंगुल छुड़ाने में सफलता मिली। मूया के सरेंडर के बाद से नक्सलियों ने दोनों को सांवनार गांव के एक घर में नजरबंद कर रखा था। वे हमेशा नक्सलियों की निगरानी में थे।
एसपी सुनील शर्मा ने बताया कि सरेंडर नक्सली मूया पत्नी वनिता और 9 साल की बेटी से मिलने के बाद काफी खुश है। शासन की पुनर्वास नीति के अलावा नक्सली दंपती को हर संभव मदद देने की बात उन्होंने कही।
पत्नी वनिता भी 5 लाख की इनामी, किया सरेंडर
एसपी ने बताया कि सरेंडर से पहले हार्डकोर नक्सली सोड़ी मूया केरलापाल एरिया कमेटी सचिव और पत्नी सोड़ी वनिता नागाराम एलओएस कमांडर के रूप में सक्रिय रही। 8 लाख का इनामी मूया और 5 लाख की इनामी वनिता दोनों पिछले साल सितम्बर में एक साथ पुलिस के सामने सरेंडर करना चाहते थे।
नक्सली चंगुल से निकलकर जैसे-तैसे मूया ने आत्मसमर्पण कर दिया लेकिन पत्नी नक्सली चंगुल से भागने में असफल रही थी। नक्सलियों ने वनिता और उसकी नाबालिग बेटी को बीजापुर जिले के सांवनार गांव में नजरबंद कर दिया था। पत्नी व बेटी को नक्सलियों के चंगुल से निकालने में बीजापुर-सुकमा जिले की पुलिस गांव सफल रही। अब वनिता ने भी एसपी के सामने सरेंडर कर दिया है।
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