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छत्तीसगढ़ में ऐसे फैल रहा कोरोना:संक्रमित छात्रा स्कूल आती रही, 4 टीचर सहित 6 पॉजिटिव; संक्रमित क्लर्क ने शादी में पहुंचकर वायरस फैलाया

कांकेरएक वर्ष पहले
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छत्तीसगढ़ में कोरोना प्रशासनिक बदइंतजामी के साथ-साथ लोगों की लापरवाही से भी फैल रहा है। कांकेर जिले के अंतगढ़ ब्लॉक में शनिवार को 16 नए कोरोना संक्रमित मिले थे। इनमें स्वामी आत्मानंद सरकारी स्कूल की भी एक छात्रा, एक क्लर्क और 4 टीचर शामिल हैं। स्कूल में कुछ दिन पहले 8वीं की छात्रा की तबीयत ठीक नहीं होने पर उसकी जांच कराई गई तो RT-PCR सैंपल देने के बाद होम आइसोलेशन में रहने की जगह स्कूल आती रही। 13 जनवरी को उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। तब तक संक्रमण स्कूल में फैल चुका था। स्कूल का क्लर्क संक्रमित होने के बाद भी शादी समारोह में शामिल होने चला गया।

छत्तीसगढ़ के कांकेर में शनिवार को अब तक के सबसे ज्यादा 130 नए केस मिले हैं। आंकड़ों की बात करें तो औसतन 50 मरीज हर दिन मिल रहे हैं। कोरोना की तीसरी लहर सबसे ज्यादा बच्चों को प्रभावित कर रही है, बावजूद इसके लोग लापरवाही से बाज नहीं आ रहे हैं।

अब बारात में संक्रमण फैलने की आशंका
छात्रा के संपर्क में आई अन्य छात्रा और स्कूल स्टॉफ की भी रिपोर्ट 15 जनवरी को पॉजिटिव आ गई। खास बात यह है कि संक्रमित आए टीचर और छात्रा तो होम आइसोलेशन में चले गए, लेकिन रिपोर्ट नहीं आने के कारण स्कूल का क्लर्क शादी समारोह में शामिल होने के लिए इमलीपदर चला गया। उसी दिन शाम को उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई। अब वहां से वह बारात के साथ दुर्गूकोंदल जाएगा। इससे शादी में शामिल अन्य में संक्रमण बढ़ने की आशंका है।

क्लर्क पर कार्रवाई होगी
अंतागढ़ के ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर (BMO) भेषज रामटेक का कहना है कि हम जिसका भी सैंपल ले रहे हैं, उसको स्पष्ट बताया जा रहा है कि होम आइसोलेशन में रहेंगे। उनको दवाई भी दी जाती है। क्लर्क के खिलाफ महामारी अधिनियम में कार्रवाई की जाएगी। दुर्गकोंदगल ब्लॉक के बीएमओ को भी सूचना दी जा रही है। वहां भी बारात में शामिल लोगों की जांच कराई जाएगी।

लापरवाही से बढ़ रहा आंकड़ा
एक ओर लोग वैक्सीनेशन के लिए सामने नहीं आ रहे हैं, वहीं दूसरी ओर लोग पॉजिटिव होने के बाद भी सार्वजनिक जगहों पर घूम रहे हैं। दफ्तरों व कैंपों में भी ऐसे ही हालात हैं। कोरोना के लक्षण दिखने पर एंटीजन टेस्ट कराते हैं और निगेटिव आने के बाद घूमने चले जाते हैं। जबकि RT-PCR सैंपल की जांच में 3 दिन बाद वह संक्रमित मिलते हैं। इसके चलते आंकड़ों की संख्या में तेजी से और लगातार वृद्धि हो रही है। लोग टेस्ट के बाद भी होम आइसोलेशन में नहीं हैं।