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डाउनलोड करेंनक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले के बच्चों को पढ़ाई से जोड़े रखने के लिए नई शुरुआत की गई है। कई इलाकों में नेटवर्क की भले ही समस्या हो लेकिन शहर से लेकर गांवों में भी बच्चे स्मार्ट क्लास में स्मार्ट तरीके से पढ़ाई करेंगे। अभी जिले की 50 से ज्यादा स्कूलों में स्मार्ट क्लास के लिए सेटअप तैयार हो गया है। यह सेटअप जिले की कुल 120 स्कूलों में यह होना है। जहां स्मार्ट क्लास के लिए सेटअप हो गया है वहां टीचर्स की ट्रेनिंग के बाद ट्रायल भी हो गया है। अब जब कोरोना की तीसरी लहर के बाद बच्चे स्कूल आएंगे तो नए तरीके से पढ़ाई करेंगे। जिले की इन 120 स्कूलों के 10000 से ज्यादा बच्चों को इसका फायदा मिलेगा। दरअसल नक्सल इलाके में शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ करने नया प्रयोग हो रहा है। पहले चरण के लिए 40 स्कूलों को तय किया गया था। लेकिन बाद में इसे बढ़ाकर 120 स्कूल कर दिया गया।
पहली से 12वीं तक का सिलेबस उपलब्ध
डीईओ राजेश कर्मा ने बताया कि जिले की 120 स्कूलों में स्मार्ट क्लास के जरिए पढ़ाई कराई जाएगी। अभी 50 स्कूलों में सेटअप तैयार कर टीचर्स को ट्रेनिंग देकर ट्रॉयल हो गया है। कोरोना के कारण स्कूलें बंद हो गईं। स्कूलें खुलेंगी तो स्मार्ट क्लास में बच्चे पढ़ाई करेंगे। प्रोजेक्टर, चार्जिंग पेंसिल, रिमोट का इस्तेमाल होगा। नई तकनीक से पढ़ाई होगी। पहली से 12वीं तक सिलेबस उपलब्ध है। जहां ट्रायल हुआ वहां बच्चे बेहद उत्साहित होकर पढ़ रहे है।
नक्सल प्रभावित इलाके के बच्चों को फायदा
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