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डाउनलोड करेंरविवार को छुट्टी का दिन होने के कारण बड़ी संख्या में श्रद्धालु देवी रमई पाठ के दर्शन करने के लिए पहुंचे हुए थे ।सुबह से लेकर देर शाम तक सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु अपनी अपनी सुविधा अनुसार कार, बाइक एवं छोटा हाथी से आते रहे ।देवी मां के दर्शन कर भाव विभोर हो गए।
पूजारी सखाराम भुंजिया ने बताया कि संकल माता की झूलना है। जो कोई भी भक्तगण यहां आकर मां रमई पाठ से मनोकामना पूर्ति की याचना करते हैं, जब उनकी मनौती पूर्ण हो जाती है ।तब वह लोहे का सांकल चढ़ा जाते हैं।
त्रेता युग में सीता मैया इसी वन में आकर गर्भावस्था के दौरान ठहरे हुए थे। तब उनकी रक्षा के लिए हनुमान उपस्थित हुए थे वह पाताल लोक की देवी के रूप में यहां पर आकर माता की देखरेख किया था इसलिए करीब 6 फीट ऊंची हनुमान की विशाल प्रतिमा है।
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