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इंटेलिजेंस 2 साल से रख रही थी हर्षवीर पर नजर:गांधीयन स्टडी कर रहा छात्र टेरर फंडिंग में पकड़ा गया

चंडीगढ़/फरीदकोट7 महीने पहले
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हर्षवीर पीयू चंडीगढ़ में गांधीयन स्टडी का स्टूडेंट था - Money Bhaskar
हर्षवीर पीयू चंडीगढ़ में गांधीयन स्टडी का स्टूडेंट था

आतंकियों और गैंगस्टरों को फंडिंग के आरोप में स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल (एसएसओसी) ने पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ में पढ़ रहे संगरूर के स्टूडेंट हर्षवीर सिंह को गिरफ्तार किया है। हर्षवीर पीयू चंडीगढ़ में गांधीयन स्टडी का स्टूडेंट था।

संगरूर में भवानीगढ़ के रहने वाले हर्षवीर के बैंक खातों पर इंटेलिजेंस 2 साल से नजर रख रही थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार हर्षवीर के बैंक खातों के जरिए गैंगस्टरों को 4-5 बार पैसे की ट्रांजेक्शन हो चुकी है। बेटे की गिरफ्तारी पर भवानीगढ़ में हर्षवीर की मां ने कहा, हमने उसे चंडीगढ़ में पढ़ने के लिए भेजा था। पता नहीं था कि वहां पर कुछ गलत कर रहा है। हर्षवीर ने पीयू चंडीगढ़ के इवनिंग स्टडीज डिपार्टमेंट से बीए की है।

सूत्रों के अनुसार उसे इंटेलिजेंस इनपुट के बाद एसएसओसी ने सेक्टर 17 से गिरफ्तार किया। शुक्रवार रात ही उसको मोहाली में ड्यूटी मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश कर 3 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है। हर्षवीर विदेश में रहकर भारत में टारगेट किलिंग करवा रहे कुख्यात गैंगस्टर लखबीर सिंह लंडा, गोल्डी बराड़ और लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ा है।

लॉरेंस इस समय पंजाब पुलिस की हिरासत में है। लंडा और गोल्डी कनाडा में हैं। इंटेलिजेंस को जानकारी मिली थी कि पाकिस्तान की एजेंसी आईएसआई और विदेश में बैठे गैंगस्टर हर्षवीर के खाते टेरर फंडिंग के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। कहा जा रहा है कि हर्षवीर किसी दूसरे स्टूडेंट के जरिए गैंगस्टराें के संपर्क में आया।

स्टूडेंट्स के जरिए पैठ बढ़ा रहे गैंगस्टर...

इंटेलिजेंस को जानकारी थी कि हर्षवीर का कनेक्शन विदेश में बैठे आतंकियों और गैंगस्टरों से है लेकिन स्टूडेंट नेता होने के कारण गिरफ्तारी से पहले पुख्ता सबूत जुटाए गए। मोहाली में आरपीजी हमले का मुख्य आरोपी लखबीर सिंह लंडा और टारगेट किलिंग की कई बड़ी वारदातों को अंजाम दे चुका गोल्डी बराड़ पीयू के इवनिंग स्टडीज डिपार्टमेंट में हर्षवीर के जरिए अपनी पैठ बढ़ा रहा था।

कहा जा रहा है कि हर्षवीर को एक पूर्व स्टूडेंट ने बहाने से टेरर फंडिंग में फंसाया था। एसएसओसी ने उस पूर्व स्टूडेंट को भी नामजद किया है। टेरर फंडिंग में स्टूडेंट्स को इन्वॉल्व करने का रैकेट काफी फैला हुआ है। कई और स्टूडेंट्स का नाम सामने आ सकता है।

सूत्रों के अनुसार हर्षवीर ने डेरा प्रेमी प्रदीप कटारिया की हत्या के एक आरोपी के खाते में 20 हजार रुपए डलवाए थे। उसके पिता मंडी बोर्ड से रिटायर हुए थे। काफी समय पहले वह अकाली दल के पूर्व विधायक प्रकाश चंद गर्ग के पीए रह चुके हैं। घर थाने के नजदीक है और पारिवारिक सदस्य पढ़े-लिखे व सरकारी नौकरी में हैं। परिवार ने कहा, उन्हें इस मामले में कुछ भी मालूम नहीं है।

कनाडा रह रहे गैंगस्टर गोल्डी के ग्रुप सोपू इवनिंग का प्रधान था हर्षवीर...

टेरर फंडिंग के आरोप में पकड़ा गया हर्षवीर पिछले साल स्टूडेंट्स ऑर्गेनाइजेशन ऑफ पंजाब यूनिवर्सिटी (सोपू) का प्रधान था। इस साल अकाली दल के स्टूडेंट विंग सोई को सपोर्ट कर रहा था। सोपू का ग्रुप गोल्डी बराड़ और उसके साथी पीयू के इवनिंग स्टडीज डिपार्टमेंट में चला रहे थे। यहीं से बीए के बाद हर्षवीर ने गांधीयन स्टडीज में दाखिला लिया था। इंटेलिजेंस के आला अधिकारियों का मानना है कि 9 देशों में बैठे गैंगस्टर माहौल खराब करने के लिए टेरर फंडिंग कर रहे हैं।