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डाउनलोड करेंचंडीगढ़ के सेक्टर 22 में लूट का एक अनोखा मामला सामने आया है। इसमें आरोपियों ने दो अलग हथकंडे अपनाए। एक उन्होंने खुद को चंडीगढ़ पुलिस की क्राइम ब्रांच कर्मी बताया और दूसरा बिना स्नैचिंग किए गहने लूट लिए। वारदात एक 70 वर्षीय बुजुर्ग के साथ हुई। नकली पुलिसकर्मियों ने उसे कहा कि स्नैचिंग की घटनाएं बढ़ रही हैं। ऐसे में वह अपने गहने उतार साड़ी के पल्लू में बांध लें और घर चली जाएं। महिला के सोने के गहने उतरवा आरोपी नकली पीतल के गहने पल्लू से बांध फरार हो गए। यह 2 मोटरसाइकिलों पर सवार थे।
सेक्टर 22 पुलिस चौकी ने केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। 70 वर्षीय कमलेश रानी के बेटे ललित वर्मा की शिकायत पर केस दर्ज किया गया है। वहीं पुलिस इलाके में लगे CCTV कैमरों की मदद से आरोपियों का पता लगा रही है।
बाजार से पैदल वापस आ रही थी
बुजुर्ग अपने परिवार के साथ सेक्टर 22 में रहती है। घटना के दौरान वह पैदल बाजार गई थी। वापसी में उनके सामने 2 मोटरसाइकिलों पर चार आरोपी आ गए और खुद को पुलिसकर्मी बताने लगे। उन्होंने महिला को कहा कि एरिया में चोरियां और स्नैचिंग बढ़ रही हैं और चह गहने पाकर निकल रही हैं। उनके साथ किसी तरह की आपराधिक वारदात हो सकती है। जिसके बाद कहा कि सुरक्षा के लिहाज से यह गहने उतार अपने पास रख लें। महिला ने कहा कि वह घर जाकर गहने उतार कर रख देगी।
कहा- 20 हजार रुपए पेनल्टी लग सकती है
महिला के गहने उतारने से मना करने पर एक आरोपी महिला पर चिल्लाने लगा कि गहने नहीं उतारे तो 20 हजार पेनल्टी लगेगी। वहीं दूसरे आरोपी ने कहा कि अगर वह गहने नहीं उतारती तो यह जुर्माना भरना पड़ेगा। ऐसे में अकेली घबराई बुजुर्ग ने अपने गहने उतार दिए। इसके बाद आरोपियों ने महिला के गहने उनकी साड़ी के पल्लू में बांध घर जाने की सलाह दी। वहीं जब महिला घर पहुंची तो पता लगा कि उनके सोने के गहने पीतल के हैं। ऐसे में पुलिस को शिकायत दी गई।
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