पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
डाउनलोड करेंअगर आपके पास बेहतर आइडिया और मजबूत इरादा हो तो आप दूसरों के बिजनेस को बढ़ावा देते हुए भी अच्छी कमाई कर सकते हैं। इसकी मिसाल हैं सूरत की लेखा घिवाला ने। पेशे से बिजनेस ट्रेनर लेखा ने पीजी क्लिक (PG Click) नाम से एक ऐसा मोबाइल ऐप बनाया जो कई स्टार्टअप को आगे बढ़ने में मददगार साबित हो रहा है।
इस ऐप के जरिए गुजरात के कई व्यापारी एक दूसरे के साथ जुड़ कर खुद के साथ दूसरे व्यापारियों के काम को बढ़ावा दे रहे हैं। 2019 में इस स्टार्टअप की शुरूआत हुई और अब तक 400 से ज्यादा कारोबारी उनके इस ऐप पर जुड़ कर अपने कारोबार में मुनाफा कमा रहे हैं। इनमें 100 से अधिक महिलाएं हैं, जो घर चलाने के साथ बिजनेस में भी आगे बढ़ रही हैं। इस ऐप के अलावा लेखा की टीम में भी करीब 9 महिलाएं काम करती हैं। सिर्फ ढाई साल में कई लोगों को फायदा दिलाने के साथ इस ऐप ने सालाना 1 करोड़ का बिजनेस भी किया है।
आज की पॉजिटिव खबर में जानते हैं लेखा की कहानी जिनकी अलग सोच और पहल के कारण कई लोगों को मदद मिल रही है और कई महिलाएं प्रेरित हो रही हैं…
सबसे पहले जानिए PG Click के बारे में
पीजी क्लिक देश की पहली कंपनी है जो व्यापारियों को एडवर्टाइजिंग और नेटवर्किंग दोनों एक प्लेटफार्म पर प्रोवाइड करवा रही है। इससे बड़े व्यापारियों का काम और भी बड़े लेवल तक पहुंच रहा है, जबकि छोटे व्यापारियों को बेहतर अवसर मिल रहे हैं। लेखा व्यापारियों के लिए कैंप, विज्ञापन, प्रचार, नेटवर्किंग, ट्रेनिंग सहित कई सेवाएं मामूली लागत में देती हैं। इससे उन सभी के व्यापार को फायदा होता है।
इसके अलावा व्यापारियों अपना बिजनेस प्रमोट करने की भी ट्रेनिंग दी जाती है। जिसके लिए उन्हें प्लेटफार्म भी उपलब्ध कराए जाते हैं। इस ऐप पर सूरत सहित गुजरात के कई शहरों के डॉक्टर, इंजीनियर, CA, इंटीरियर डिजाइनर जैसे प्रोफेशनल्स और रेस्टोरेंट-टिफिन सर्विस जैसी कई सेवाएं मौजूद हैं। इस ऐप में सर्विसेज की 108 कैटेगरीज हैं, जिसमें 400 से ज्यादा बड़े-छोटे व्यापारी जुड़े हैं। लेखा बताती हैं, “हमने ऐप के जरिए लोगों को जोड़ा है, लेकिन हम सिर्फ ऐप पर ही काम नहीं करते। हम कई इवेंट्स, कैंप और बिजनेस मीट आयोजित करते हैं, जहां ऐप पर जुड़े सभी व्यापारियों का वेरिफिकेशन होता है। हमारे ऐप के जरिए लोग अपने काम को प्रमोट कर पाते हैं। मैं आपको एक महिला का उदाहरण देती हूं जिनका मसालों का व्यापार है। हमारे ऐप के जरिए ये महिला कई रेस्टोरेंट के मालिकों से मिलीं और अब वे अपने मसाले डायरेक्ट उनके रेस्टोरेंट में बेचती हैं। जब एक व्यापारी दूसरे व्यापारी के काम को बढ़ता है तो उसे B टु B टाई उप बिजनेस कहते हैं। पीजी क्लिक की मदद से इस तरह का बिजनेस काफी बढ़ रहा है।”
लेखा के अनुसार उनके ऐप से गुजरात के व्यापारियों का कारोबार न सिर्फ पूरे देश में बल्कि विदेश में भी फैल रहा है। इनमें ज्यादातर मसाले के कारोबारी हैं।
ऐप से जुड़ने के लिए सिर्फ 2000 रुपए हैं जरूरी
इस ऐप को कोई भी प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकता है और अपनी जरूरत के अनुसार कई तरह के प्रोफेशनलस या सर्विस की जानकारी ले सकता है। ऐप पर व्यापारियों की फोटो, कॉन्टेक्ट डीटेल और उनके काम की जानकारी दी हुई है। इसे समय-समय पर अपडेट भी किया जाता है।
लेखा के अनुसार पीजी क्लिक की मदद से कई लोगों को हर महीने उनके काम में मुनाफा हो रहा है। लेखा कहती हैं , “इस ऐप पर जुड़ने के लिए हर किसी को 2000 रुपए का शुल्क देना होता है। इसके बाद वो हमसे जुड़ सकते हैं और सभी सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं। लोगों को अपने व्यवसाय के लिए प्रचार करना होता है, जिससे पीजी क्लिक मदद करता है। हम हर महीने एक बिजनेस मीट का भी आयोजन करते हैं, जिसमें सभी आकर अपने बिजनेस की जानकारी देते हैं, ताकि कॉन्टैक्ट और बिजनेस बढ़े।”
आम लोगों तक इस ऐप की जानकारी कई इवेंट्स के जरिए दिया जाता है। लेखा ने बताया कि कुछ ही महीनों पहले उनकी टीम ने एक मेडिकल कैंप ओर एस्ट्रोलॉजी कैंप आयोजित किया था। जिसमें कई लोगों से पार्टिसिपेट किया। एस्ट्रोलॉजी कैंप में सिर्फ एक दिन में 4 से 5 लाख की कमाई हुई थी।
प्रधानमंत्री की मुहिम ‘डिजिटल इंडिया’ से मिली प्रेरणा
34 साल की लेखा गुजरात यूनिवर्सिटी से MBA फाइनेंस में गोल्ड मेडलिस्ट हैं और एक प्रोफेशनल बिजनेस ट्रेनर भी हैं। वे एक बच्चे की मां भी हैं और पिछले 12 साल से वे कॉर्पोरेट, स्ट्रेस मैनेजमेंट सहित कई सब्जेक्ट पर ट्रेनिंग दे रही हैं।
लेखा बताती हैं, “मैं खुद एक प्रोफेशनल ट्रेनर हूं। ट्रेनिंग के दौरान मैं ऐसे कई लोगों से मिली जिनमें स्किल्स थे पर उनके पास अच्छा प्लेटफार्म नहीं था तो मैं उनके लिए कुछ करने का सोचती थी। आज का समय धीरे-धीरे डिजिटल होता जा रहा है। हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘डिजिटल इंडिया’ और ‘वोकल फॉर इंडिया’ मुहिम शुरू की, जिससे मुझे प्रेरणा मिली। मेरा स्टार्टअप भी इन्हीं बातों पर काम करता है। हम ऐप के जरिए व्यापारियों को कनेक्ट करते हैं जिससे उनके काम को बढ़ावा मिलता है।”
लेखा को उनके पति का काफी सपोर्ट मिला
लेखा के पास बिजनेस आइडिया तैयार था। कई लोग भी उनके कॉन्टेक्ट में थे जो उनके साथ जुड़ कर काम करना चाहते थे। जब उन्होंने अपने आइडिया को अपने पति प्रशांत घिवाला (38) के साथ सांझा किया तो वे ऐप बनाने के लिए तैयार हो गए। चूंकि प्रशांत ने इंजीनियरिंग और MBA किया है ऐसे में उन्हें ऐप और टेक्नोलॉजी के बारे में काफी जानकारी थी।
लेखा कहती हैं, “मेरे पति का खुद का बिजनेस है और उन्हें टेक्नोलॉजी में काफी इंटरेस्ट है। मेरा प्लान काफी अच्छा था, बस एक ऐप की जरूरत थी। प्रशांत को ऐप बनाने में 6 से 8 महीने लग गए। अगस्त 2019 में हमने PG Click को लॉन्च किया। इन ढाई सालों में इस ऐप के जरिए 400 से ज्यादा व्यापारी एक दूसरे के साथ जुड़ चुके हैं। इनमें 100 महिलाएं हैं जो अपनी पारिवारिक जरूरतों के हिसाब से हमारे साथ जुड़ी हैं और वे अपने बिजनेस में काफी तरक्की भी कर रही हैं।”
फिलहाल लेखा की टीम में करीब 9 महिलाएं अभी उनके साथ जुड़ी हैं। जल्द ही वो 20 से 22 महिलाओं को जोड़ लेंगी। इनमें से कुछ फुल टाइम काम करती हैं तो कुछ पार्ट टाइम और कुछ स्टूडेंट्स भी हैं जो अपनी पढ़ाई के साथ अपनी फीस के लिए काम करती हैं।
सालाना करोड़ों का कारोबार
अगस्त 2019 से अब तक पीजी क्लिक के जरिए कई व्यापारी एक दूसरे के साथ जुड़े हैं और करीब 5000 लोगों ने इस ऐप का फायदा उठाया है। इस प्लेटफार्म का मुख्य उद्देश्य स्टार्टअप को बढ़ावा देना है।
लेखा बताती हैं, “हमारे ऐप की खास बात ये है कि इससे जुड़ने के लिए किसी व्यापारी को एक ही बार फीस देनी होती है। हम किसी के व्यापार से कोई मुनाफा नहीं कमाते हैं। हमसे जुड़े व्यापारी कितना भी कमाते हों, इससे हमारा फायदा नहीं जुड़ा होता। हमारी कोशिश उनके फायदे के लिए काम करना जरूर है पर हम उनके मुनाफे में अपना शेयर नहीं मांगते।
सबसे बड़ी खुशी हमें तब मिलती है जब कारोबारियों के साथ लोगों को भी हमारे काम से फायदा होता है। पिछले लॉकडाउन में हमारे टिफिन सर्विस प्रोवाइडर से लोगों को काफी मदद मिली और इन कारोबारियों का भी काफी फायदा हुआ।”
पिछले एक साल में पीजी क्लिक के जरिए करीब 1 करोड़ का बिजनेस हुआ और लोगों को काफी मुनाफा हुआ। इस ऐप से लेखा तकरीबन 8 से 10 लाख सालाना कमाती हैं और कई लोगों के सपनों को पूरा करने में मदद भी करती हैं।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.