पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
डाउनलोड करेंअरबपति बिजनेसमैन मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस जियो इंफोकॉम लिमिटेड 5000 करोड़ रुपए के बॉन्ड लाने की तैयारी में हैं। ये उसका अब तक का सबसे बड़ा बॉन्ड इश्यू होगा।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बॉन्ड की मैच्योरिटी 5 साल और ब्याज दर 6.2% होगी। कॉरपोरेट बॉन्ड से जो पैसा इकट्ठा होगा उसका इस्तेमाल कंपनी अपनी फाइनेंशियल लाएबिलिटी को पूरा करने के लिए करेगी। इससे पहले 2018 में भी जियो लोकल करेंसी बॉन्ड लाया था।
रिलायंस जियो ने 2020 में अल्फाबेट के गूगल, फेसबुक, क्वालकॉम और इंटेल सहित इन्वेस्टर्स से फंडिंग राउंड में अरबों डॉलर जुटाए थे। जियो भारत का सबसे बड़ा मोबाइल फोन कैरियर है।
2016 में इसे लॉन्च किया गया था। शुरुआत में कंपनी ने मुफ्त कॉल और डेटा देकर टेलिकॉम सेक्टर में धमाल मचा दिया था। अब जियो अपनी 5G सर्विस लेकर आ रहा है। हाल ही में हुई स्पेक्ट्रम की निलामी में जियो टाप बिडर बनकर उभरा था।
क्या है कॉरपोरेट बॉन्ड?
कॉरपोरेट बॉन्ड कंपनियों की ओर से जारी किए जाते हैं। असल में कंपनियां बैंक लोन के विकल्प के रूप में इस तरह के बॉन्ड जारी कर पैसा जुटाती हैं। कोई कॉरपोरेट बॉन्ड कितना सुरक्षित है, इसकी जांच आप रेटिंग एजेंसियों के की ओर से जारी क्रेडिट रेटिंग से कर सकते हैं।
AAA रेटिंग वाली कंपनियों के बॉन्ड सबसे ज्यादा सुरक्षित माने जाते हैं और इनमें AA रेटिंग वाली बॉन्ड के मुकाबले जोखिम कम होता है।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.