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सरकार ने छोटी बचत योजनाओं में ब्याज दर कटौती का फैसला वापस ले लिया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के अनुसार यह फैसला भूलवश जारी हो गया था। 31 मार्च को नौ छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में 1.10% तक की कटौती का फैसला लिया गया था। लेकिन इस फैसले को 1 अप्रैल को वापस ले लिया गया।
हालांकि एक्सपर्ट्स का मानना है कि सरकार ने चुनाव या कोरोना महामारी को देखते हुए जनता को खुश करने के लिए ये फैसला अभी वापस ले लिया हो लेकिन भविष्य में इनके घटने की पूरी संभावना है।
पहले ये समझना जरूरी कि छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दर कैसे तय होती है?
स्मॉल सेविंग स्कीम की ब्याज दरों की हर तिमाही समीक्षा होती है। इन योजनाओं की ब्याज दरें तय करने का फॉर्मूला 2016 श्यामला गोपीनाथ समिति ने दिया था। समिति ने सुझाव दिया था कि इन स्कीम की ब्याज दरें समान मैच्योरिटी वाले सरकारी बांड के यील्ड से 0.25-1.00% ज्यादा होनी चाहिए।
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3 महीने बाद घट सकती हैं ब्याज दरें
रूंगटा सिक्योरिटीज में सीएफपी और पर्सनल फाइनेंस एक्सपर्ट हर्षवर्धन रूंगटा फिलहाल अभी सरकारी बांड के यील्ड की दर 5.80 से 6% के करीब है। ऐसे में स्मॉल सेविंग स्कीम पर मिलने वाला अधिकतम ब्याज 7% से ज्यादा नहीं हो सकता। सरकार फिलहाल सुकन्या समृद्धि योजना पर सबसे ज्यादा 7.60% ब्याज दे रही है। ऐसे में आने वाले महीनों में इसकी ब्याज दर 7% से कम हो सकती थी जैसा की सरकार ने 31 मार्च को किया था।
लगातार घट रहा ब्याज
6 सालों में ही सुकन्या समृद्धि योजना पर मिलने वाला ब्याज 8.60% से 7.60% पर आ गया है। वहीं PPF की बात करें तो 2016 पर इस पर 8.10% ब्याज मिलता था लेकिन अब इस पर 7.10% ब्याज मिल रहा है। अन्य योजनाओं पर मिलने वाला ब्याज भी ऐसे ही घटा है।
अभी किस स्कीम पर मिल रहा कितना ब्याज
स्कीम | ब्याज दर (% में) |
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम | 7.40 |
सुकन्या समृद्धि योजना | 7.60 |
PPF | 7.10 |
किसान विकास पत्र | 6.90 |
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट | 6.80 |
मंथली इनकम स्कीम | 6.60 |
टाइम डिपॉजिट | 5.50 से 6.70 |
रेकरिंग डिपॉजिट | 5.80 |
सेविंग अकाउंट | 4.00 |
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