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डाउनलोड करेंदेश में सोना आयात के सारे रिकॉर्ड टूट गए हैं। इस साल जनवरी से अक्टूबर के बीच 10 महीनों में ही 3,45,303 करोड़ रुपए का सोना आयात हो चुका है। आयात की मौजूदा औसत रफ्तार बनी रही तो दिसंबर तक यह आंकड़ा 4 लाख करोड़ से ऊपर निकल जाएगा।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, अब तक किसी एक साल में सोना आयात पर कभी भी इतना खर्च नहीं हुआ है। पिछला रिकॉर्ड 2017 का है, जब देश में 2.36 लाख करोड़ रुपए का सोना आयात किया गया था।
सोने की कीमत बढ़ने के कारण बना रिकॉर्ड
दरअसल बीते कुछ सालों में सोने की कीमत बेतहाशा बढ़ी और डॉलर के मुकाबले रुपए की विनिमय दर में बड़ी गिरावट आई है। इसके चलते वैल्यू के हिसाब से सोना आयात का आंकड़ा काफी बड़ा हो गया है। मसलन, 2014 में 1 डॉलर 60 रुपए का था और सोने की कीमत भी 28 हजार रुपए प्रति 10 ग्राम थी। इसके मुकाबले अभी डॉलर की वैल्यू 75 रुपए से ऊपर है और सोना 48 हजार रुपए के करीब पहुंच गया है। जाहिर है, सोना आयात की वैल्यू ज्यादा नजर आएगी।
केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया के मुताबिक, 2021 में सोना आयात बढ़ने की सबसे बड़ी वजह सुरक्षित निवेश के तौर पर इसकी बेतहाशा खरीद रही। इसके अलावा 2020 में काफी शादियां टल गईं थी, जो 2021 में हुईं। इसके चलते बड़े पैमाने पर सोने की पेंटअप डिमांड भी निकली।
मात्रा में आयात का रिकॉर्ड टूटना मुश्किल
2014 में सोना आयात 1,000 टन था, जो अब 600-700 टन है। गहने व औद्योगिक उपयोग के लिए सोने की मांग है, पर निवेश के लिए फिजिकल सोने की मांग नहीं रह गई है। ऐसे में 2014 का रिकॉर्ड टूटना मुश्किल है। भारत में हर साल 700-800 टन सोने की खपत होती है, जिसमें से 1 टन का उत्पादन भारत में ही होता है और बाकी आयात किया जाता है।
कच्चे तेल के बाद सोने का आयात सबसे ज्यादा
देश में कच्चे तेल के बाद सबसे ज्यादा आयात सोने का हो रहा है। इस साल अब तक 6.15 लाख करोड़ के कच्चे तेल का आयात हुआ और सोना आयात 3.45 लाख करोड़ का रहा। किसी और वस्तु का इतना आयात नहीं हुआ।
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