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डाउनलोड करेंवेदांता ग्रुप सरकारी पेट्रोलियम कंपनी भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) के लिए 90 हजार करोड़ रुपए की बोली लगा सकती है। हालांकि वह बहुत ज्यादा आक्रामक भाव पर डील नहीं करेगी।
ब्लूमबर्ग के इंटरव्यू में आई डील की बात
वेदांता के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने रियाध में ब्लूमबर्ग को दिए इंटरव्यू में यह बात कही है। उन्होंने कहा कि हम सही कीमत पर कंपनी को खरीदना चाहते हैं। कंपनी का शेयर सितंबर 2021 में 503 रुपए पर था जो अब 397 रुपए है। इसका मार्केट कैप 85,522 करोड़ रुपए है। इसी आधार पर वेदांता 90 हजार करोड़ रुपए के करीब बोली लगाने की बात कह रही है।
लंबे समय से बेचने की कोशिश
सरकार भारत पेट्रोलियम को लंबे समय से बेचनी की कोशिश कर रही है, पर अभी तक उसे सफलता नहीं मिली है। निवेशकों को लग रहा है कि अभी इतना बड़ा अमाउंट निवेश करना सही नहीं है। यह कंपनी लगातार फायदा देने वाली रही है। सरकार का यह अब तक का सबसे बड़ा विनिवेश होगा। सितंबर में सरकार ने इसके लिए अंतिम तारीख भी तय की थी। उसकी योजना इसमें पूरी हिस्सेदारी बेचने की थी। BPCL में सरकार की 52.98% हिस्सेदारी है।
जनता की हिस्सेदारी 46.71%
कंपनी में जनता की हिस्सेदारी 46.71% है। यानी इस आधार पर वेदांता के पास मेजॉरिटी हिस्सेदारी होगी। BPCL देश की दूसरी सबसे बड़ी रिफाइनरी है। अनिल अग्रवाल को उम्मीद है कि इसके लिए फिर से मार्च में सरकार निविदा खोल सकती है। वेदांता के अलावा दो प्राइवेट इक्विटी फर्म भी इसकी रेस में हैं। अग्रवाल ने कहा कि हम लोगों के साथ इस डील को समझ रहे हैं। 2020 नवंबर में भी वेदांता ने एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (EoI) जमा कराया था। लेकिन उस समय बात नहीं बन पाई थी।
मैनेजमेंट ट्रांसफर होगा
BPCL में बिक्री के बाद सरकार पूरा मैनेजमेंट खरीदने वाली कंपनी को ट्रांसफर कर देगी। 2022 में भी इसी तरह की बोली आमंत्रित की गई थी। तब 7 मार्च अंतिम तारीख थी। उसके बाद से लगातार इसकी डेट बढ़ती गई। अब तक चार बार तारीख बढ़ी है। देशभर में BPCL के कुल 15,177 पेट्रोल पंप और 6,011 LPG वितरक एजेंसियां हैं। इसके अलावा उसके 51 LPC बॉटलिंग संयंत्र भी हैं।
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