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आदित्य बिरला सन लाइफ म्यूचुअल फंड ने 7 फिक्स्ड मैच्योरिटी प्लान (एफएमपी) को रोल ओवर करने का फैसला किया है। इसके लिए इन स्कीम के निवेशकों से राय मांगी है। यह स्कीम्स इसी महीने में पूरी होने वाली थीं। रोल ओवर के बाद इनकी मैच्योरिटी 2022 और 2023 में होगी। इन सभी स्कीम्स को साल 2018 में जनवरी, फरवरी और मार्च में लांच किया गया था।
जो निवेशक सहमत नहीं हैं, वे पैसा निकाल सकते हैं
आदित्य बिरला सन लाइफ फंड ने हालांकि कहा है कि जो निवेशक इससे सहमत नहीं हैं, वे चाहें तो अपना पैसा इसी महीने में मैच्योरिटी की तारीख पर निकाल सकते हैं। जिन 7 एफएमपी की मैच्योरिटी की तारीख बढ़ाने का फैसला किया गया है उनमें फिक्स्ड टर्म प्लान-1187 दिन, 1177 दिन, 1169 दिन, 1148 दिन, 1132 दिन, 1140 दिन और 1135 दिन की सिरीज वाली स्कीम्स हैं। इन स्कीम्स की तारीख 553 दिन से लेकर 783 दिन तक बढ़ाई गई है।
मैच्योरिटी की बढ़ी तारीख का ले सकते हैं फायदा
फंड हाउस ने निवेशकों को भेजे पत्र में कहा है कि जो यूनिट धारक इस मैच्योरिटी की नई तारीख के लिए अपनी मंजूरी नहीं दिए हैं उन्हें मैच्योरिटी की बढ़ी हुई तारीख का फायदा नहीं मिलेगा। इसके साथ ही पहले वाली तारीख पर ही उनकी यूनिट का पैसा उनको मिल जाएगा। यह पैसा उस दिन की नेट असेट वैल्यू यानी एनएवी के आधार पर दिया जाएगा।
7-8 पर्सेंट का रिटर्न
फंड हाउस ने कहा है कि इन सातों स्कीम्स का रिटर्न 7 से 8 पर्सेंट रहा है। निवेशकों को वर्तमान निवेशकों को इंडेक्सेशन का लाभ दिया जाए और उनके निवेश को कुछ और समय के लिए बढ़ा दिया जाए। पिछले साल बांड में भारी तेजी की वजह से ब्याज दरों में कटौती की गई जिसे रिजर्व बैंक ने कम रखा। इससे मैच्योरिटी की री-सेटिंग से निवेशकों को इन स्कीम्स में अच्छा अवसर लंबी अवधि में मिलेगा। साथ ही कैपिटल गेन लाभ भी मिलेगा।
ब्याज दरें कम रहने के आसार हैं
वर्तमान में ब्याज दरें कम होने से मैच्योरिटी के समय मिले पैसों को फिर से निवेश करने के लिए जो विकल्प निवेशकों के पास हैं, वो सभी कम ब्याज दर वाले हैं। रिजर्व बैंक के मुताबिक, ब्याज दरें आगे कुछ समय तक के लिए नीचे ही रहेंगी, खासकर तब तक, जब तक अर्थव्यवस्था पूरी तरह से नहीं चल पड़ेगी। मतलब अगले डेढ़ से दो साल तक ब्याज दरें बढ़ने के आसार कम हैं। ऐसे में जो निवेशक रोल ओवर तक रुकेगा वह इसका फायदा उठा सकता है।
क्लोज्ड स्कीम होती हैं एफएमपी स्कीम
एफएमपी मूलरूप से क्लोज्ड स्कीम्स होती हैं जो एक तय समय के लिए ही होती हैं। यानी आप अपने पैसे को एक तय समय के लिए निवेश कर सकते हैं और इसे आप समय पूरा होने पर ही निकाल सकते हैं। एफएमपी स्कीम स्कीम का रिटर्न शुरुआत में ही ज्यादातर मामलों में पता चल जाता है। इससे पहले भी कई फंड हाउसों ने इसी तरह से अपनी स्कीम्स की तारीख बढ़ाई थी। हाल में एचडीएफसी म्यूचुअल फंड ने भी इसी तरह से कुछ एफएमपी स्कीम्स की तारीख बढ़ाई थी।
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