पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
डाउनलोड करेंस्टेटबैंक ऑफ इंडिया की रिसर्च रिपोर्ट के मुताबिक महंगाई बढ़ने की सबसे बड़ी वजह में से एक रूस- यूक्रेन जंग है। उसने कहा महंगाई बढ़ने का दोष सेंट्रल बैंक पर मढ़ना गलत है। रिपोर्ट के मुताबिक महंगाई से राहत मिलने की आस बहुत कम है।
अर्बन एरिया की महंगाई में 52% का इजाफा
महंगाई के असर की बात करें तो ग्रामीण क्षेत्रों में खाने की कीमतें बढ़ी हैं। वहीं शहरी इलाकों में डीजल-पेट्रोल की बढ़ती कीमतों से महंगाई बढ़ रही है। फरवरी महीने से अब तक खाने-पीने की चीजों, फ्यूल, बिजली और ट्रांसपोर्ट की वजह से महंगाई में 52% का इजाफा हुआ है।
यदि इनपुट कॉस्ट के प्रभाव को खासतौर से FMCG सेक्टर जो पर्सनल केयर और इफेक्ट पर योगदान देता हैं उनमें जोड़ दें तो पूरे भारत में 59% की महंगाई होगी, जो युद्ध की वजह से होगी।
अगस्त तक इंटरेस्ट रेट 5.15% तक पहुंच सकता है
महंगाई के लगातार बढ़ने की वजह से यह तय है कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) आने वाले जून और अगस्त महीने में होने वाली मॉनिटरी पॉलिसी की बैठक में फिर से इंटरेस्ट रेट बढ़ाएगी। रिपोर्ट का अनुमान है कि इससे अगस्त तक इंटरेस्ट रेट 5.15% तक पहुंच जाएगा।
ब्याज दर बढ़ाने के पीछे की वजह महंगाई कम करना
ऐसे में सवाल उठता है कि ब्याज दर को बढ़ने से ग्रोथ पर कोई फर्क पड़ेगा, खास तौर से तब जब इकोनॉमी कोविड के प्रभाव से उबर रही हो। इस रिपोर्ट में RBI के प्रयास की सराहना की जा रही है। रिपोर्ट का कहना है कि ब्याज दर बढ़ाने के पीछे की वजह महंगाई कम करना है। ब्याज दर की बढ़ी हुई कीमतों से फाइनेंशियल सिस्टम को भी फिर से उबरने में मदद मिलेगी।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.